विदेश से आने वाले खराब उत्पादों पर लगेगी रोक, ‘मेड इन’ टैग लगाना होगा जरूरी

Monday, Aug 12, 2019 - 01:37 PM (IST)

नई दिल्लीः विदेश से आयात होने वाल सभी सामानों पर ‘मेड इन’ टैग जरूरी हो सकता है। इसमें बताना होगा कि वह सामान कहां बना है। सरकार का मानना है कि इससे खराब गुणवत्ता वाले सामान की डंपिंग रोकने में मदद मिलेगी और घरेलू मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को बढ़ावा मिलेगा।

कस्टम विभाग को मिलेगी मदद
खबरों के मुताबिक ये नियम उन देशों पर लागू होंगे, जिनके साथ भारत का व्यापार समझौता नहीं है। इनमें अमेरिका, यूरोपीय संघ, चीन, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश शामिल हैं। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इन नियमों को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है। मुक्त व्यापार समझौते के तहत देश में आने वाले सामान के बारे में उनके ओरिजिन की सूचना देनी पड़ती है, लेकिन सामान्य रास्ते या मोस्ट फेवर्ड नेशन दर्जे वाले देशों से आने वाले सामान के लिए ऐसी बाध्यता नहीं है। ऐंटी-डंपिंग और काउंटरवेलिंग ड्यूटी, व्यापार प्रतिबंध, सुरक्षा और जवाबी कार्रवाई, मात्रा संबंधी पाबंदी जैसे नीतिगत उपायों के साथ कुछ टैरिफ कोटा के लिए नॉन-प्रेफरेंशल रूल्स का इस्तेमाल होता है। इन नियमों से कस्टम विभाग को खराब गुणवत्ता या देश के व्यापारिक नियमों का उल्लंघन करने वाले सामानों का आयात रोकने में मदद मिलेगी।

सर्टिफिकेट दिखाना होगा
अधिकारी के मुताबिक, इन नियमों की मदद से कस्टम अधिकारी पता लगा पाएंगे कि सामान कहां बना है। आयातकों को इसके लिए सर्टिफिकेट दिखाना होगा। इससे व्यापार नियमों का उल्लंघन रोकने में मदद मिलेगी। अगर उससे किसी व्यापार-संबंधी नियम का उल्लंघन हो रहा होगा, तो वे उस पर सीमा शुल्क लगाएंगे। किसी सामान के लिए जो तकनीकी मानक तय किए गए हैं, उसकी भी जांच की जा सकेगी।

 

Supreet Kaur

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