कोरोना काल में लग्जरी ट्रेनों पर संकट, लखनऊ-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस आज से अगले आदेश तक बंद

Monday, Nov 23, 2020 - 11:55 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः देश की पहली कारपोरेट ट्रेन तेजस का संचालन आज से अगले आदेश तक बंद होने जा रहा है। ट्रेन में यात्रियों की कमी की वजह से इसे बंद किया गया है। आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव के मुताबिक संक्रमण की वजह से यात्रियों का आवागमन बहुत कम है जिसकी वजह से तेजस ट्रेन का संचालन अभी फिलहाल के लिए 23 तारीख से बंद किया जा रहा है। आगे फिर से इसे कब शुरू करना है यह कुछ दिन बाद तय किया जाएगा।

तेजस लखनऊ से दिल्ली के बीच चलती है, इसे आईआरसीटीसी द्वारा चलाया जाता है। इस ट्रेन को पूरी तरह से वीआईपी बनाया गया है। पहले महीने में ही मुनाफा कमाने से तेजस की सफलता काफी बढ़ गई थी। इस बीच वाराणसी से इंदौर के बीच महाकाल एक्सप्रेस का संचालन आईआरसीटीसी को दे दिया गया।

तेजस ट्रेन को नहीं मिल रहे पैसेंजर्स
तेजस एक्सप्रेस ट्रेन के बंद होने के पीछे यात्रियों की संख्या में कमी बताई जा रही है। कोरोना संक्रमण के बीच वीआईपी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस में सफर करने के लिए बहुत कम यात्रियों ने बुकिंग कराई, जिसकी वजह से रेलवे को इस ट्रेन के संचालन से कोई खास आमदनी नहीं हो रही है।
 
यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए IRCTC ने इस ट्रेन को निरस्त करने के लिए पत्र लिखा था। इसके बाद रेलवे बोर्ड ने 23 नवंबर से अगले आदेश तक तेजस ट्रन की सभी सेवाओं को रद्द करने का फैसला किया। बता दें कि अक्टूबर 2019 में देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस की शुरुआत हुई थी। पहली बार लखनऊ से तेजस ट्रेन का संचालन चार अक्तूबर 2019 को शुरू हुआ था। अंतिम बार तेजस ट्रेन 22 नवंबर की सुबह साढ़े छह बजे लखनऊ से नई दिल्ली 200 करीब यात्री लेकर रवाना हुई।

दीपावली में भी खाली रही सीटें
मार्च में लॉकडाउन बाद तेजस ट्रेन का संचालन 17 अक्तूबर को शुरू हुआ था। उम्मीद थी दीपावली में यात्री मिलेंगे। पर, ऐसा हो नहीं सका। जबकि एडवांस में 10 दिन का आरक्षण बढ़ाकर एक महीने कर दिया गया। बावजूद यात्री नहीं मिलने वाली वजह से 14 नवंबर को तेजस को रद्द करना पड़ा।

शताब्दी, एसी स्पेशल व लखनऊ मेल पर भी संकट
लखनऊ दिल्ली लखनऊ के बीच यात्रियों की कम संख्या की वजह से शताब्दी, लखनऊ मेल व एसी स्पेशल जैसे वीआईपी ट्रेनों का हाल खराब है। इन सभी ट्रेनों में हर चेयरकार से लेकर स्लीपर तक के खीटें खाली चल रही है। इन ट्रेनों में यात्री न मिलने की वजह डायनमिक फेयर लागू करना। इससे ट्रेनों में 40 फीसदी ही सीटों की बुकिंग हो रही है।

jyoti choudhary

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