सिगरेट तस्करी से सरकार को 13000 करोड़ रुपए का नुक्सान

Thursday, Feb 01, 2018 - 04:39 AM (IST)

नई दिल्ली: किसान संगठन फैडरेशन ऑफ ऑल इंडिया फार्मर्स एसोसिएशन (एफ.ए.आई.एफ.ए.) ने कहा कि सिगरेट तस्करी की वजह से भारत को करीब 13,000 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है और संगठन ने तस्करी पर रोक लगाने की मांग की है। एफ.ए.आई.एफ.ए. ने एक बयान में कहा कि सिगरेट का अवैध व्यापार देश में सिगरेट उद्योग से 25 प्रतिशत ज्यादा है जोकि भारत को इस क्षेत्र में विश्व में तेजी से बढ़ता हुआ और सबसे बड़ा चौथा अवैध बाजार बनाता है। 

एफ.ए.आई.एफ.ए. ने सरकार से देश के वैध तंबाकू उत्पादकों के हितों की रक्षा करने का आग्रह किया है। कई वर्षों से राजस्व खुफिया निदेशालय (डी.आर.आई.) अंतर्राष्ट्रीय सीमा से तस्करी कर लाई गई सिगरेटों को जब्त करने की कार्रवाई कर रहा है। हालांकि उन्होंने अब तक जब्त सिगरेट और तंबाकू का आंकड़ा देने से इंकार कर दिया। डी.आर.आई. को पिछले 2 वर्षों में जब्त सिगरेटों की जानकारी के संबंध में भेजे गए मेल का कोई जवाब नहीं मिला। 

तंबाकू कर में बढ़ौतरी करने के निर्णय से तस्करी में इजाफा
आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और गुजरात में वाणिज्यिक फसल उगाने वाले लाखों किसानों का प्रतिनिधित्व करने वाले किसान संगठन एफ.ए.आई.एफ.ए. ने कहा कि तंबाकू कर में बढ़ौतरी करने के निर्णय से हाल के वर्षों में सिगरेट तस्करी में इजाफा हुआ है। एफ.ए.आई.एफ.ए. के महासचिव मुरली बाबू ने कहा कि वित्त मंत्रालय द्वारा दिसम्बर 2017 में संसद को सांझा किए गए आंकड़े के अनुसार सिगरेट की तस्करी में बढ़ौतरी का पता जब्त किए गए तस्करी कर लाए गए सिगरेट की संख्या में इजाफा होने से चलता है, जिसका आंकड़ा वर्ष 2014-15 में 1312 था और वर्ष 2016-17 में यह 3108 हो गया।

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