जानें GST से जुड़े सॉफ्टवेयर की खूबियां, अब Business होगा Online

Saturday, Jun 10, 2017 - 12:11 PM (IST)

नई दिल्लीः जी.एस.टी. में रजिस्ट्रेशन से लेकर रिटर्न तक सबकुछ ऑनलाइन होगा। जाहिर है बिना लैपटॉप या कंप्यूटर के कारोबार करना मुमकिन नहीं होगा। इसलिए मौके का फायदा उठाने के लिए कंपनियां धड़ाधड़ अपने प्रोडक्ट बाजार में उतार रही हैं। ऐसे में ये समझना जरूरी है कि कंप्यूटर या सॉफ्टरवेयर लेते समय किन बातों का ख्याल रखें?

ऑनलाइन टैक्स फाइलिंग पोर्टल क्लीयर टैक्स ने एक सॉफ्टवेयर लांच किया जो डीलरों और खुदरा विक्रेताओं को वस्तु एवं सेवा कर व्यवस्था में टैक्स रिटर्न तैयार करने में मदद पहुंचाएगा। ये क्लीयर जीएसटी सॉफ्टवेयर गलत मिलान को रोकेगा। सी.ए. और उपक्रमों के लिए उसके अलग-अलग संस्करण जी.एस.टी. प्रो और जी.एस.टी. बिज हैं। मंगलवार को एसर ने सॉफ्टवेयर कंपनी टैली के साथ मिलकर बिज गुरु नाम से नया प्रोडक्ट लांच किया है।

सॉफ्टेवयर में ये है जरूरी
अगर आपके पास कंप्युटर है तो आप सीधे सॉफ्टवेयर ले सकते हैं लेकिन नहीं है तो ऐसा कंप्युटर ले सकते हैं तो जिसमें जीएसटी से जुड़ा सॉफ्टवेयर पहले से हो। सॉफ्टवेयर लेने से पहले देख लें, सॉफ्टेवयर का जीएसटी कम्पलाइअंट होना सबसे जरूरी है। कंपनी सेटअप के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सरल हो, इन्वॉइस मैचिंग के लिए सरल फीचर मौजूद हों और डिजिटल इन्वॉइस की व्यवस्था हो।

इन कंप्यूटर में मिलेगा पहले से जी.एस.टी से जुड़ा सॉफ्टवेयर
आज कल पहले से ही ऐसे कंप्यूटर बाजार में आ रहे हैं जिनमें पहले से जी.एस.टी. से जुड़ा सॉफ्टवेयर है। इससे जुड़े ट्रांजैक्शन को सरल बनाने के लिए लिनोवो ने इंटेल के साथ हाथ मिलाया और नोटबुक, लैपटॉप की खास रेज मार्कीट में उतारी है। एच.पी. ने के.पी.एम.जी. के साथ मिलकर जी.एस.टी. से जुड़ा खास इन्वॉइस सॉफ्टवेयर तैयार किया है।
 

Advertising