राजस्थान कारखाने में उत्पादन क्षमता से ऊपरः हौंडा

Sunday, Sep 25, 2016 - 06:45 PM (IST)

मुंबईः देश की दूसरी सबसे बड़ी दुपहिया वाहन निर्माता कंपनी हौंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर्स इंडिया ने कंपनी के कुछ बर्खास्त किए गए श्रमिकों के इस दावे का खंडन किया है राजस्थान के टपूकड़ा में उसके कारखानों में श्रमिक अशांति की वजह से उत्पादन गिर गया है। उल्टे कंपनी का दावा है कि इस कारखाने में इस समय उत्पादन क्षमता से ऊंचे स्तर पर चल रहा है। 

कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं निदेशक (आम और कारपोरेट मामले) हरभजन सिंह ने कहा, ‘‘पहले तो टपूकड़ा संयंत्र में उत्पादन में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। इसलिए कंपनी के कुछ बर्खास्त किए गए कर्मचारियों का यह दावा तथ्यात्मक रूप से गलत है कि वहां उत्पादन प्रभावित हुआ है। वास्तव में वहां हम इस समय अपनी उत्पादन क्षमता से अधिक उत्पादन कर रहे हैं। एेसे कर्मचारियों द्वारा उत्पादन प्रभावित होने का दावा करने का कोई हक नहीं है क्योंकि वे इस साल फरवरी के पहले सप्ताह में हमारी कंपनी के कर्मचारी रह गए हैं।’’  

कंपनी के इस कारखाने की स्थापित क्षमता सालाना 12 लाख इकाई है। सिंह ने कहा कि हमारे सभी संयंत्रों में या तो यूनियनें हैं या श्रमिक समितियां बनी हैं। टपूकड़ा और मानेसर संयंत्र दोनों में एक-एक कर्मचारी संगठन है। उनके किसी भी संयंत्र में कोई श्रमिक विवाद लंबित नहीं है और व पंजीकृत यूनियनों के साथ बातचीत करने के बाद वेतन के बारे में एक दीर्घकालिक समझौता सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है। सिंह ने कहा कि टपूकड़ा संयंत्र क्षमता प्रतिदिन 4,400 दुपहिया वाहन बनाने की है लेकिन अब बढ़ती मांग को देखते हुए वहां से प्रतिदिन 4,400-4,500 वाहन विनिर्मित हो रहे हैं। 

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