बड़ी छंटनी: L&T ने 14,000 एंप्लॉयीज को दिखााया बाहर का रास्ता

Wednesday, Nov 23, 2016 - 01:07 PM (IST)

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी इंजिनियरिंग कंपनी लारसन ऐंड टूब्रो ने हालिया दिनों की बड़ी छंटनी में 14,000 एंप्लॉयीज को बाहर कर दिया। यह आंकड़ा कंपनी के कुल वर्कफोर्स के 11.2% के बराबर है। एलऐंडटी ग्रुप ने मंगलवार को कहा कि उसने यह कदम बिजनस में आई मंदी के चलते अपने वर्कफोर्स को 'सही लेवल' पर लाने की कोशिश के तहत उठाया है। कंपनी का कहना है कि ग्रुप में डिजिटाइजेशन के चलते बड़ी संख्या में एंप्लॉयीज के लिए कोई काम नहीं बचा था, जिसके चलते यह छंटनी की गई।

डिजिटाइजेशन के चलते की गई छंटनी
एलऐंडटी के चीफ फाइनैंशल ऑफिसर (सी.एफ.ओ.) आर शंकर रमन ने कहा, 'कंपनी ने अपने कई बिजनस में स्टाफ की संख्या सही स्तर पर लाने के लिए बहुत से कदम उठाए हैं। हमने डिजिटाइजेशन और प्रॉडक्टिविटी बढ़ाने के मकसद से जो उपाय किए थे, उसके चलते कई नौकरियों की जरूरत नहीं रह गई। इसके चलते सितंबर को खत्म छमाही में ग्रुप ने 14000 एंप्लॉयीज की छंटनी कर दी।'

इकनॉमिक एनवायरन्मेंट रहेगा चुनौतीपूर्ण
एलऐंडटी मैनेजमेंट का अनुमान है कि आने वाले महीनों में इकनॉमिक एनवायरन्मेंट चुनौतीपूर्ण रह सकता है। हालांकि सरकारी ऑर्डर्स में तेजी आने से प्राइवेट सैक्टर की सुस्ती की भरपाई हो जाएगी। रमन ने कहा कि छंटनी एक तरह का भूल सुधार अभियान है और इसको आगे भी होने वाली घटना के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।

कंपनी को करना पड़ रहा था दिक्कतों का सामना
कस्टमर्स की तरफ से ऑर्डर टाल दिए जाने और ऑइल के दाम में आ रही गिरावट के चलते उसके एक बड़े दांव, खाड़ी देशों में बहुत ज्यादा आर्थिक सुस्ती आ जाने के चलते एलऐंडटी ग्रुप को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। डोमेस्टिक मार्कीट में कॉम्पिटिशन बढ़ गया है कि सभी कंपनियां घट रहे ऑर्डर बुक में अपना हिस्सा बंटाने की होड़ में जुट गई हैं। ग्रुप को शुरुआती अनुमान से लागत में बहुत ज्यादा वृद्धि हो जाने और कई दूसरे मुद्दों के चलते नुकसान हुआ है।

 

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