अमेरिकी एजेंसी के रेडार पर चंदा कोचर और ICICI बैंक

Sunday, Jun 10, 2018 - 02:55 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः वीडियोकॉन घोटाले में फंसे आईसीआईसीआई बैंक और उसकी सीईओ चंदा कोचर और उनके परिवार वालों के खिलाफ जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। देश में कोचर और उनके परिवार वालों के खिलाफ कई एजेंसियां जांच कर रही हैं। वहीं, अब यह मामला अमेरिकी मार्केट रेग्युलेटर SEC (सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन) के रेडार में भी आ चुका है। दूसरी ओर, भारतीय जांच एजेंसियां और रेग्‍युलेटर इस मामले में विदेशी एजेंसियों की मदद लेने पर विचार कर रही हैं। 



भारतीय रेग्‍युलेटर और जांच एजेंसियां मारिशस समेत विदेश में अपनी समकक्ष अथॉरिटी से जांच में मदद लेने पर गंभीरता से विचार कर रही हैं। अमेरिकी मार्केट रेग्‍युलेटर एसईसी के पब्लिक अफेयर्स के प्रवक्‍ता से जब आईसीआईसीआई बैंक और कोचर को लेकर उनकी जांच के बारे में पूछा गया तो उन्‍होंने इस पर कमेट करने से इनकार कर दिया। इस संबंध में आईसीआईसीआई बैंक को भी भेजे गए सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिला है। बता दें, बैंक पहले ही चंदा कोचर के खिलाफ कुछ कॉरपोरेट्स को लोन देने के मामले में पक्षपात करने और पद का गलत इस्‍तेमाल करने के आरोपों की स्‍वतंत्र जांच बैठा चुका है। मार्च के शुरूआती हफ्ते में इस संबंध में पहली रिपोर्ट आई थी, तब बैंक और उसके बोर्ड ने कहा था कि उसे कोचर में पूरा भरोसा है। 



ICICI बैंक मामले पर SEC की नजर 
सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी मार्केट रेग्‍युलेटर सिक्‍युरिटी एंड एक्‍सचेंज कमीशन (एसईसी) आईसीआईसीआई बैंक मामले को गंभीरता से देख रहा है। दरअसल, आईसीआईसीआई बैंक अमेरिकी भी लिस्‍टेड है। एसईसी अपने भारतीय समकक्ष सेबी से इस मामले में डिटेल मांग सकता है। भारतीय मार्केट रेग्‍युलेटर सिक्‍युरिटी एंड एक्‍सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) पहले ही आईसीआईसीआई बैंक और कोचर के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर चुका है। इस मामले में रिजर्व बैंक और कॉरपोरेट अफेयर्स मिनिस्‍ट्री भी जांच कर रहे हैं। वहीं, सीबीआई ने कोचर के पति और अन्‍य के खिलाफ एक प्राथमिक जांच दर्ज कर लिया है। अप्रैल में सीबीआई ने कोचर के देवर से पूछताछ की थी।  



चंदा कोचर पर क्‍या हैं आरोप?
चंदा कोचर और उनकी फैमली पर आरोप है कि वीडियोकॉन ग्रुप को लोन देने में उन्‍हें निजी तौर पर लाभ हासिल हुआ है। इसी के बाद बैंक ने चंदा के खिलाफ लोन बांटने में ‘कान्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्‍ट’और निजी लाभ के लिए काम करने के आरोपों की स्‍वतंत्र जांच कराने का आदेश दिया। आरोप है कि वीडियोकॉन ग्रुप को दिए गए लोन का पैसा चंदा कोचर के पति की कंपनी न्‍यूपॉवर में आया। इस मामले पर पिछले हफ्ते ही सेबी ने भी नोटिस जारी कर चंदा कोचर से पूरे मामले पर जानकारी देने को कहा था। आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ रुपए का लोन वर्ष 2012 में दिया था, जिसमें से 2,810 करोड़ रुपए नहीं लौटाए गए। बैंक ने वर्ष 2017 में इसे एनपीए घोषित कर दिया था।

jyoti choudhary

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