अलविदा 2017: जानिए कैसे जनता की जेब पर पड़ी महंगाई की मार?

Friday, Dec 15, 2017 - 03:24 PM (IST)

नई दिल्लीः महंगाई अब भारतीय लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुकी है। हर साल किसी न किसी चीज के दाम इतने बढ़ जाते हैं कि लोगों की थाली से वो चीज गायब ही हो जाती है। हमारे जीवन पर जिनके दाम बढ़ने से असर होता है हम उसी को महंगाई मानते हैं। साल 2017 खत्म होने को है लेकिन महंगाई खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही। जानिए 2017 में किस तरह महंगाई ने आपकी जेब पर बोझ बढ़ाया। 

टमाटर 100 रुपए के पार
2017 में टमाटर की महंगाई ने सबको डरा दिया। कई जगह तो टमाटर के दाम 100 रुपए किलो के पार पहुंच गए। हालांकि अभी भी टमाटर के दाम कम नहीं हुए हैं और ये 40 रुपए से 70 रुपए किलो की आसपास बिक रहा है। नवंबर महीने मं खुदरा महंगाई की दर 4.88 फीसदी पर पहुंच गई जो 15 महीने का उच्चतम स्तर है।

प्याज की कीमतों ने छूआ आसमान
टमाटर के बाद प्याज ने भी 2017 में लोगों को खूब रुलाया। 5 से 10 रुपए किलो बिकने वाला प्याज 2017 में 50 रुपए किलो बिक रहा है। जब भी कोई चुनाव नजदीक होता है प्याज के दाम बढ़ने लगते हैं। हालांकि सरकार 2 हजार टन प्याज आयात करने जा रही है। इस बीच उपभोक्ता मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि नई खरीफ की फसल 10 फीसदी कम रहने की संभावना है। इससे प्याज के दाम नीचे आ सकते हैं।

GST ने दिया तगड़ा झटका
जी.एस.टी. में कई सामानों और सेवाओं के स्लैब बदलने के कारण चीजें महंगी हो गई। इसमें अधिकतर लग्जरी प्रोडक्ट शामिल थे। कुछ कारों के दामों में भी बदलाव हुआ। इसके अलावा सिगरेट भी महंगी हुई। जी.एस.टी. के कारण रेस्टोरेंट में खाना भी महंगा हुआ। हालांकि जी.एस.टी. काउंसिल ने हाल में हुई बैठक में रेस्टोरेंट पर 5 फीसदी जी.एस.टी. कर दिया। इसके बाद चीजों की महंगाई पर लगाम लगी।

पैट्रोल, डीजल, LPG के दाम में बदलाव
पैट्रोल, डीजल के दाम कच्चे तेल के दाम पर निर्भर रहते हैं। सरकार ने जून 2017 से पैट्रोल, डीजल के दाम हर दिन तय करने का फैसला किया। इससे पहले हर दिन 15 में पैट्रोल, डीजल के दाम तय होते थे। इस बीच क्रूड की कीमतों में उछाल आना शुरू हो गया। जिसका असर पैट्रोल, डीजल के दाम पर पड़ा। इसके साथ ही रसोई गैस की कीमतों ने भी आम आदमी की जेब को झटका दिया।

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