सोने में निवेश कायम रखें, सवा लाख रुपए जा सकती है कीमत

Tuesday, Jun 01, 2021 - 05:25 PM (IST)

बिजनेस डेस्क (नरेश अरोड़ा): सदियों से भरोसेमंद निवेश का प्रतीक रहा सोना एक बार फिर चर्चा में है। साल की पहली तिमाही में निवेशकों को नेगेटिव रिटर्न देने वाली पीली धातु पिछले दो महीने से लगातार चमक रही है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जहां इसकी कीमतें एक बार फिर 1900 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गई हैं वहीं घरेलु बाजार में भी सोना 50 हजार रुपए के पार पहुंच गया है। ऐसे में निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में मौजूद सोने के निवेश में बने रहना चाहिए क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय हालात इसकी कीमतों में और ज्यादा तेजी के संकेत दे रहे हैं।  

पिछले साल अगस्त महीने में भारत में सोने की उच्चतम कीमत 58 हजार रुपए प्रति तोला तक पहुंच गई थी जबकि अमरीका में इसने 2081 डॉलर प्रति औंस का उच्तम स्तर छुआ था और अब विश्लेषकों की नजरें इसी पुराने स्तर पर लगी हैं।

सवा लाख तक जा सकता है सोने का दाम 
यूरोपीय देश लेकटेंस्टीन इन्वेस्टमेंट कंपनी इंक्रीमेंटम की वार्षिक रिपोर्ट में इस साल के अंत तक सोने की कीमतें 2100 डॉलर के पार जाने का अनुमान जताया गया है। 346 पन्नों की इस रिपोर्ट में इस दशक के अंत तक सोने की कीमत 4800 डॉलर के पार जाने की बात कही गई है। यदि इस रिपोर्ट के मुताबिक सोने का भाव बढ़ता है तो भारत में दशक के अंत तक सोने की कीमत सवा लाख रुपए प्रति तोला तक पहुंच सकती है।  

रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल कोरोना महामारी के कारण दुनिया भर के शेयर बाज़ारों में भारी गिरावट के चलते अगस्त महीने में सोने ने अपना उच्चतम स्तर छुआ था और उसके बाद इसकी कीमतों ने कंसोलिडेशन का अपना दौर पूरा कर लिया है और सोने की कीमतें एक बार फिर तेजी होंगी और यहां से एक नई ऊंचाई देखने को मिल सकती है।

क्यों बढ़ रही है सोने की कीमत 

  • अमरीका में 10 साल के बांड में किए जाने वाले निवेश में यील्ड कम होने से निवेशकों का रुझान सोने की तरफ बढ़ रहा है। सोने में निवेश बढ़ने से इसकी मांग में तेजी आई है 
  • अमरीका के डॉलर की कीमत लगातार गिर रही है और डॉलर में रिटर्न कम होने से निवेशक डॉलर की बजाय सोने की तरफ जा रहा है 
  • क्रिप्टो करंसी बाज़ार में पिछले दो महीने से अस्थिरता वाला माहौल है और बिटक्वाइन अपने उच्चतम स्तर से करीब 50 प्रतिशत तक लुढ़क गया था लिहाजा क्रिप्टो करंसी बाजार का पैसा भी सोने में निवेश हो रहा है 
  • दुनिया भर में कमोडिटी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं और महंगाई बढ़ने से भी सोने में निवेश बढ़ता है 

इन तरीकों से करें सोने में निवेश 
यदि आप भी अपने निवेश का कुछ हिस्सा सोने में निवेश करना चाहते हैं तो सोने में निवेश के लिए कई विकल्प मौजूद हैं। इनका इस्तेमाल करके आप अपने पोर्टफोलियो को संतुलित रख सकते हैं 

लोकल ज्वैलर से फिजिकल गोल्ड खरीदना
यह सोने में निवेश का पारम्परिक तरीका रहा है और आप अपने भरोसे के ज्वेलर से सोने की खरीद कर सकते हैं। सोने की खरीद करते वक्त आप हॉलमार्किंग वाला सोना खरीदेंगे तो इससे सोने की शुद्धता की गारंटी रहेगी 

गोल्ड ई.टी.एफ. के जरिए निवेश 
आप गोल्ड ई.टी.एफ. (एक्सचेंज ट्रेडिड फंड) के जरिए भी सोने में निवेश कर सकते हैं। यह फंड सोने में निवेश करते हैं और सोने में रिटर्न के हिसाब से निवेशकों को ई.टी.एफ. में रिटर्न मिलता है। हालांकि भारत में यह फिलहाल इतना लोकप्रिय नहीं है लेकिन विदेश में सोने में निवेश का यह तरीका काफी लोकप्रिय है। इस निवेश के लिए आपको डीमेट आकउंट की जरूरत पड़ेगी।

गोल्ड एकम्यूलेशन प्लान के जरिए निवेश 
गोल्ड एकम्यूलेशन प्लान (जी.ए.पी.) सोने में निवेश का एक अन्य साधन है। इसके जरिए आप 100 रुपए तक की कीमत का सोना भी ऑनलाइन तरीके से खरीद सकते हैं। यह खरीद स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के गोल्ड रश प्लान के तहत पेटीएम, फोन पे और अन्य मोबाइल पेमेंट एप के जरिए हो सकती है। इसमें आपको तीन प्रतिशत जी.एस.टी. भी अदा करना पड़ता है और आप जरूरत के वक्त सोने को बेच सकते हैं।

गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश 
यह म्यूचल फंड एसेट मैनेजमेंट कंपनियों द्वारा चलाए जाते हैं। यह फंड गोल्ड ई.टी.एफ. में निवेश करते हैं। आप इन म्यूचुअल फंड्स के जरिए भी सोने में निवेश कर सकते हैं और आपको इसमें सोने की कीमत के हिसाब से रिटर्न मिलता है।

भारत सरकार द्वारा जारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश
सोने में निवेश करने के इच्छुक लोगों के लिए रिजर्व बैंक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। आप सरकारी और प्राइवेट सैक्टर के बैंकों के जरिए इन बांड्स में निवेश कर सकते हैं। इनमें निवेश पर सरकार आपको फिजिकल रूप में सोना नहीं देती लेकिन आपको निवेश पर सोने की कीमत में तेजी के बराबर रिटर्न के साथ-साथ सरकार से 2.5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज भी मिलता है।

jyoti choudhary

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