कंधारी अनार पर कीटों और निर्यात संकट की मार

punjabkesari.in Monday, Nov 18, 2019 - 10:27 AM (IST)

कंधारः दक्षिणी अफगानिस्तान में अनार का कारोबार इस वर्ष सर्द मौसम, कीटों और निर्यात संकट की मार झेल रहा है जो इस देश में अफीम की खेती का एक महत्वपूर्ण विकल्प है। कंधार प्रांत के अनार विश्वभर में प्रसिद्ध हैं जिनका आकार छोटे तरबूज जितना होता है। ये काफी रसदार होते हैं। हर साल इस मौसम में अनार पकने के साथ ही इसका जूस अफगान लोगों की दिनचर्या में शामिल हो जाता है।

कंधार के कुछ किसानों का कहना है कि फफूंद और हानिकारक कीट इस मौसम की फसल को नुक्सान पहुंचा रहे हैं। साथ ही पड़ोसी पाकिस्तान की नई कर व्यवस्था निर्यात बाजार को क्षति पहुंचा रही है। प्रांत के चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख नसरुल्ला जहीर ने कहा कि स्वाद और रंग के लिहाज से कंधार के अनार विश्व में सर्वश्रेष्ठ हैं। कंधार में एक मध्यम आकार के अनार की कीमत लगभग 15 अमरीकी सेंट के बराबर होती है लेकिन काबुल पहुंचने तक उसकी कीमत लगभग 3 गुना हो जाती है।

कई किसानों ने दावा किया कि पाकिस्तान ने इस साल अनार आयात पर भारी शुल्क लगाया है। इससे अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में उपज में गिरावट के बावजूद घरेलू बाजार में अत्यधिक आपूर्ति हुई है और कीमतों में भारी कमी आई है। कंधार चैंबर ऑफ  कॉमर्स के उपनिदेशक अब्दुल बक्की बीना ने कहा कि भारत, पाकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब सहित लगभग 40 से 50 हजार टन अनार का सालाना निर्यात किया जाता है।


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Supreet Kaur

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