जॉनसन एंड जॉनसन बेबी शैम्पू ‘असुरक्षित’, तत्काल वापस लेने के निर्देश

Wednesday, May 29, 2019 - 05:38 AM (IST)

नई दिल्लीः राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी ‘जॉनसन एंड जॉनसन' को निर्देश दिया है कि वह कथित घातक रसायन वाले अपने बेबी शैम्पू की एक खेप को तत्काल वापस ले। वहीं, कंपनी ने दावा किया कि उसके उत्पाद ‘सुरक्षित' हैं। ‘जॉनसन एंड जॉनसन' ने कहा कि उसके शैम्पू में कोई घातक तत्व नहीं है।

इसने दावा किया कि राजस्थान सरकार की एक प्रयोगशाला में ‘अज्ञात और अनिर्दिष्ट परीक्षण विधियों' से किए गए परीक्षण में ‘गलती से' यह निष्कर्ष दिया गया कि शैम्पू में घातक तत्व हैं। उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार की एक प्रयोगशाला ने कहा है कि कंपनी के बेबी शैम्पू में ‘खतरनाक' रसायन हैं। इस संबंध में एनसीपीसीआर में शिकायत दायर की गई थी। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने अप्रैल में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखा था कि वे ‘जॉनसन एंड जॉनसन' के शैम्पू तथा टैल्कम पाउडर का परीक्षण करें।

एनसीपीसीआर ने अब कंपनी से मानक गुणवत्ता के अनुरूप न पाई गई खेप की आपूर्ति तत्काल वापस लेने को कहा है। इसने कहा, ‘‘क्योंकि कथित खेप अब भी आपूर्ति में हैं और हो सकता है कि जयपुर के ड्रग कंट्रोल अफसर (जहां परीक्षण हुआ था) के नोटिस का पालन न होने की वजह से ग्राहकों ने इसे खरीद लिया हो।'' आयोग ने गत बृहस्पतिवार को एक पत्र में कहा था, ‘‘इसलिए प्रिंट और इलेक्ट्रानिक स्वरूप में अंग्रेजी और हिन्दी सहित भाषायी दैनिकों में एक परामर्श जारी किया जाना चाहिए।'' इसने कहा कि पूरे भारत में जनता को परामर्श दिया जाना चाहिए कि वह जॉनसन एंड जॉनसन की उक्त खेप के उत्पादों से परहेज करे।

एनसीपीसीआर ने कहा, ‘‘उक्त निर्देशों के संबंध में एक अनुपालन रिपोर्ट 29 मई तक हर हाल में आयोग को भेजी जानी चाहिए, ऐसा न होने पर कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई शुरू की जाएगी।'' वहीं, जॉनसन एंड जॉनसन ने जवाब में कहा कि उसके उत्पाद सुरक्षित हैं और इसके शैम्पू में ऐसा कोई घातक तत्व नहीं है जैसा कि राजस्थान सरकार की एक प्रयोगशाला में ‘अज्ञात और अनिर्दिष्ट परीक्षण विधियों' से किए गए परीक्षण में ‘गलती से' निष्कर्ष दिया गया है

 

Pardeep

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