सोमवार से जेट एयरवेज के 1100 पायलटों ने विमान नहीं उड़ाने का किया फैसला: एनएजी
Sunday, Apr 14, 2019 - 05:16 PM (IST)
मुंबईः संकट से गुजर रहे जेट एयरवेज के पायलटों के राष्ट्रीय संगठन नैशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) से जुड़े करीब 1,100 पायलटों ने 'वेतन भुगतान नहीं होने की वजह से' सोमवार सुबह 10 बजे से विमान नहीं उड़ाने का फैसला किया है। एक सूत्र ने रविवार को यह जानकारी दी। पायलट के साथ-साथ इंजिनियर और वरिष्ठ प्रबंधकों को जनवरी से वेतन नहीं मिला है।
कर्ज में डूबी इस कंपनी ने अन्य वर्ग के कर्मचारियों को भी मार्च का वेतन नहीं दिया है। गिल्ड के एक सूत्र ने बताया, 'अब तक हमें करीब पिछले साढ़े तीन महीने का वेतन नहीं मिला है और हमें नहीं पता कि हमारा वेतन कब मिलेगा। इसलिए हमने 15 अप्रैल से जहाज नहीं उड़ाने के अपने फैसले के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया है। एनएजी के सभी 1,100 पायलट सोमवार सुबह से उड़ान नहीं भरेंगे।'
एनएजी कुल 1,600 पायलटों में से 1,100 पायलटों के प्रतिनिधित्व का दावा करता है। इकाई ने मार्च के अंत में 1 अप्रैल से जहाज नहीं उड़ाने का निर्णय किया था। उन्होंने बाद में इसे 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया था। उनका कहना था कि वह नए प्रबंधन को कुछ और समय देना चाहते हैं। भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में बैंकों का एक समूह इन दिनों जेट एयरवेज के प्रबंधन का काम देख रहा है।
जेट एयरवेज ने पश्चिमी देशों के लिए विमान सेवाओं का निलंबन
अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे जेट एयरवेज ने दक्षेस और आसियान क्षेत्रों के लिए अपनी विमान सेवा अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दी है। साथ ही उसने चेन्नै से टोरंटो और पेरिस के लिए अपनी उड़ानों की निलंबन अवधि बढ़ा दी है। जेट एयरवेज ने रविवार को कहा कि एयरलाइन ने एम्सटर्डम, लंदन हीथ्रो और पेरिस से आने-जाने वाले विमानों की सेवाएं भी 16 अप्रैल तक रद्द कर दी हैं। केवल छह-सात विमानों का संचालन कर रहे जेट एयरवेज ने शुक्रवार को इन स्थानों तक अपनी सेवाओं का निलंबन सोमवार तक बढ़ा दिया था।