jabong को खरीदने के लिए जुटी ये कम्पनियां

Monday, Jul 04, 2016 - 07:08 PM (IST)

नई दिल्लीः जबॉन्ग को खरीदने की प्रक्रिया तेज हो गई है। अलीबाबा, फ्यूचर ग्रुप, फ्लिपकार्ट और आदित्य बिड़ला की ई-कॉमर्स वेंचर एबॉफ फैशन पोर्टल जबॉन्ग की रेस में सबसे आगे है। सूत्रों के मुताबिक स्नैपडील भी कतार में है लेकिन ऊंची कीमत नहीं लगाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक जबॉन्ग के निवेशक 25-30 करोड़ डॉलर चाहते हैं लेकिन सौदा इससे कम में होने की उम्मीद है। कम्पनी को 2012 में जर्मन इनक्यूबेटर रॉकेट इंटरनैट के तहत शुरू किया गया था। स्वीडन की कम्पनी किनेविक की जबॉन्ग की पैरेंट फर्म ग्लोबल फैशन ग्रुप में बड़ी हिस्सेदारी है।

जबॉन्ग के एक एग्जिक्यूटिव ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान इन सभी कम्पनियों से बात की है। उन्होंने बताया, ‘अभी तक इनमें से कोई बातचीत फाइनल दौर में नहीं पहुंची है लेकिन सौदा जबॉन्ग की सालाना सेल्स से डबल प्राइस पर हो सकता है। डील के 6 महीनों में पूरी होने की उम्मीद है।’ कुछ सूत्रों ने बताया कि रॉकेट इंटरनैट और किनेविक ने एग्जिक्यूटिव्स इस सौदे के लिए विदेश से भारत आए हैं। 2015 में जबॉन्ग का रेवेन्यू 7 फीसदी गिरकर 869.1 करोड़ रह गया था। 

हालांकि, डिस्काऊंट में कटौती करने के चलते लॉस सालभर पहले के 159.5 करोड़ से घटकर 46.7 करोड़ पर आ गया था। पिछले साल कम्पनी की ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू 14 फीसदी बढ़कर 1,503 करोड़ रुपए रही। 2015 में उसे 54 लाख ऑर्डर्स मिले थे। ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू में थर्ड पार्टी वेंडर्स की लिस्टिंग फीस के साथ कुल सेल्स शामिल होती है, जो मार्केटप्लेस पर सामान बेचते हैं।

सूत्रों के मुताबिक, 6 महीने पहले 10 करोड़ डॉलर पर भी जबॉन्ग को खरीदने में किसी की दिलचस्पी नहीं थी लेकिन पिछले क्वार्टर्स में फाइनैंशिल पोजिशन बेहतर होने के चलते अब इसमें कई कम्पनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। 2 साल पहले अमेजॉन से जबॉन्ग की बातचीत चली थी, जिसमें कम्पनी ने 1 अरब डॉलर की वैल्यू की मांग की थी। जबॉन्ग का मुकाबला मिंत्रा, शॉपर्स स्टॉक और लाइफस्टाइल जैसी रिटेलर्स से है। फैशन पोर्टल कम्पनी पिछली तिमाही में ब्रेक ईवन कर गई थी। वहीं, देश की 3 बड़ी ऑनलाइन कम्पनियों अमेजॉन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील का लॉस फाइनैंशिल इयर 2015 में बढ़कर 5,052 करोड़ रुपए हो गया।

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