भारी बिकवाली से निवेशकों के डूबे 1.84 लाख करोड़ रुपए

Wednesday, Sep 25, 2019 - 06:44 PM (IST)

नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू होने की खबर और जीडीपी ग्रोथ के आंकड़ों का असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिला है। इस वजह से सप्‍ताह के तीसरे कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान में कारोबार करते दिखे। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 503.62 अंक टूटकर 38,593 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 148 अंक गिरकर 11,440 के स्तर पर रहा। कारोबार में आईटी को छोड़ सभी सेक्टरों में बिकवाली का दबाव रहा।

किस शेयर का क्‍या हाल?
कारोबार के अंत में बैंकिंग सेक्‍टर के शेयर में बड़ी गिरावट रही। एसबीआई के शेयर 7.37 फीसदी टूट गए तो वहीं यस बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, एक्‍सिस बैंक और कोटक बैंक में भी बड़ा नुकसान हुआ। इसके अलावा ऑटो सेक्‍टर में टाटा मोटर्स को 6 फीसदी का नुकसान हुआ। कारोबार के अंत में मारुति, महिंद्रा, हीरो मोटाकॉर्प और बजाज ऑटो के शेयर भी लाल निशान पर रहे। वहीं पावरग्रिड 4.39 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। इसके अलावा टीसीएस, एनटीपीसी, एचसीएल और टेक महिंद्रा के शेयर हरे निशान पर बंद हुए।

निवेशकों के डूबे ‭1.84 लाख करोड़
सप्‍ताह के तीसरे कारोबारी दिन निवेशकों को ‭1.84 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। दरअसल, बीते कारोबारी दिन मंगलवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,48,73,247.18 करोड़ रुपए था, जो बुधवार को घटकर 1,46,88,398.66 करोड़ रुपए हो गया। इस लिहाज से निवेशकों को ‭1.84 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

क्‍या है गिरावट की वजह
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके बाद अमेरिकी बाजार में अस्थिरता का माहौल पैदा हो गया है। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिल रहा है। बता दें कि डोनाल्‍ड ट्रंप पर संवैधानिक शक्तियों के दुरुपयोग का आरोप है। हालांकि ट्रंप ने आरोपों से इनकार किया है।

इसके अलावा एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की ताजा रिपोर्ट ने भी बाजार को प्रभावित किया है। एडीबी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 6.50 फीसदी रहने का अनुमान है। एडीबी के मुताबिक पहली तिमाही में ग्रोथ रेट कम होकर 5 फीसदी पर आ जाने के बाद वित्त वर्ष 2019-20 के लिए वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.50 फीसदी किया गया है। यह लगातार चौथी बार है जब एडीबी ने जीडीपी ग्रोथ अनुमान घटाया है। 

jyoti choudhary

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