43 महीने का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद नवंबर में P-notes के जरिए विदेशी निवेश घटा
Monday, Dec 27, 2021 - 04:38 PM (IST)
नई दिल्लीः भारतीय पूंजी बाजार में भागीदारी पत्रों (पी-नोट्स) के जरिए निवेश अक्टूबर में 43 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद नवंबर के अंत तक घटकर 94,826 करोड़ रुपए रह गया। पी-नोट्स पंजीकृत विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) द्वारा उन विदेशी निवेशकों को जारी किए जाते हैं, जो सीधे खुद को पंजीकृत किए बिना भारतीय शेयर बाजार का हिस्सा बनना चाहते हैं। हालांकि, इसके लिए उन्हें जरूरी मंजूरियां लेनी होती हैं।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के अनुसार भारतीय बाजारों में पी-नोट्स के जरिए निवेश (इक्विटी, ऋण और मिश्रित प्रतिभूतियां शामिल) नवंबर के अंत तक 94,826 करोड़ रुपए था, जबकि अक्टूबर के अंत मे यह आंकड़ा 1,02,553 करोड़ रुपए था। अक्टूबर महीने में पी-नोट्स के जरिए निवेश मार्च 2018 के बाद से उच्चतम स्तर पर था। पाइपर सेरिका के संस्थापक और फंड मैनेजर अभय अग्रवाल ने कहा कि नवंबर में पी-नोट धारकों ने इक्विटी खंड में 8,000 करोड़ रुपए से अधिक की शुद्ध बिक्री की, जबकि अक्टूबर में 5,000 करोड़ रुपए से अधिक की लिवाली हुई थी।