इंटरनेट के इस्तेमाल में भारत में गजब की तेजीः सत्या नाडेला

Monday, Feb 20, 2017 - 04:49 PM (IST)

बेंगलुरुः माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नाडेला इन दिनों भारत के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। बेंगलुरु में डिजिटल ट्रांसफार्मेशन, इंटेलिजेंट क्‍लाउड और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि इंटरनेट के इस्तेमाल में भारत में गजब की तेजी आई है। इसलिए नई चीजों के बारे में सोचना जरूरी है। इस कॉन्फ्रेंस में फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल भी मौजूद थे। बंसल और नडेला ने एेलान किया कि फ्लिपकार्ट और माइक्रोसॉफट के अज्यूर के बीच एक्सक्लूसिव पब्लिक क्लाउड पार्टनरशिप होगी।

300 स्टार्टअप्स से की बात
नाडेला ने 300 स्टार्टअप्स के साथ मशीनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बढ़ाने पर बात की। इंडिया के डिजिटल ट्रांजैक्शन में कैसे माइक्रोसॉफ्ट अपना अहम रोल निभा सकता है, इस मुद्दे पर नडेला मुंबई में बिजनेस पार्टनर्स से बात करेंगे। नडेला अपने दौरे पर महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से भी मिलेंगे।

यूआईडीएआई के चेयरमैन भी थे मौजूद
आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और क्लाउड जैसे सब्जेक्ट पर डिस्कशन के लिए हुई इस कॉन्फ्रेंस में इंफोसिस के एक्स चीफ और यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) के एक्स चेयरमैन नंदन नीलेकणी भी मौजूद थे। बता दें कि यूपीए सरकार के वक्त यूआईडीएआई को ही आधार कार्ड बनाने का जिम्मा सौंपा गया था। इसकी जिम्मेदारी नीलेकणी को दी गई थी। नाडेला के सवालों पर नीलेकणी ने कहा कि आधार के बारे में जब हमने सोचा था, तब एक ही बात ध्यान रखी थी कि इसकी स्पीड की सबसे ज्यादा अहम होगी। स्पीड का उदाहरण यह है कि कुछ ही साल में एक अरब लोगों को आधार नंबर मिल गया है।

आईटी सेक्टर में ट्रेडिशन की कोई जगह नहीं
नाडेला ने कहा कि जब हम आईआईटी में पढ़ते थे, तब कोई भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में सोचने को राजी नहीं था। लेकिन आज वक्त बदल गया है। आईटी इंडस्ट्री में ट्रेडिशन की कोई जगह नहीं है। यह इंडस्ट्री सिर्फ इनोवेशन की इज्जत करती है। इस कड़ी में क्लाउड काफी अहमियत रखता है। आने वाले वक्त में हम सभी को आंत्रप्रेन्योरशिप के लिए एनर्जी क्लाउड के जरिए ही मिलेगी। लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आगे बढ़ने से पहले इससे जॉब्स पर होने वाले असर के बारे में सोचना होगा।

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