आर्थि‍क सुस्ती से परेशान उद्योग जगत, सरकार से मांगा 1 लाख करोड़ रुपए का पैकेज

Friday, Aug 09, 2019 - 12:42 PM (IST)

नई दिल्लीः उद्योग जगत ने निवेश में तेजी लाने और सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए एक लाख करेाड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज की मांग की। उद्योग प्रमुखों ने यह भी कहा कि सरकार ने आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने के लिए उन्हें जल्दी ही कदम उठाने का आश्वासन दिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर में तेजी लाने के उपायों पर विचार के लिए शीर्ष उद्योगपतियों की बैठक बुलाई थी।

बैठक में उद्योग मंडल एसोचैम के अध्यक्ष बी के गोयनका ने कहा कि वैश्विक और घरेलू बाजार में मौजूदा नरमी के बीच त्वरित समाधान की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था में प्रोत्साहन पैकेज के रूप में हस्तक्षेप की जरूरत है। हमने एक लाख करोड़ रुपए से अधिक के प्रोत्साहन पैकेज का सुझाव दिया है।'' तीन घंटे चली बैठक के बाद उद्योग जगत ने कहा कि सरकार ने उद्योग और आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने को लेकर जल्दी ही कदम उठाने का आश्वासन दिया। जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा, ‘‘यह निर्णय किया गया है कि सरकार उद्योगों को पटरी पर लाने के लिए कदम उठाने जा रही है। हमें वित्त मंत्री से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।'' जिंदल ने कहा कि इस्पात, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी तथा वाहन क्षेत्रों के सामने कई चुनौतियां हैं।

पीरामल एंटरप्राइजेज के चेयरमेन अजय पिरामल ने कहा कि बैठक में यह मामला भी उठाया गया कि बैंक कर्ज देने में रूचि नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि बैंकों में नकदी की कोई कमी है लेकिन कर्ज नहीं दिया जा रहा। जहां तक एनबीएफसी क्षेत्र का सवाल है, उसका अर्थव्यवस्था पर दबाव है।'' पीरामल ने कहा कि एनबीएफसी मुद्दा वाहन, आवास ऋण और लघु तथा मझोले उद्यम (एमएसएमई) जैसे क्षेत्रों को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझसे कहा गया कि जल्दी इस संदर्भ में कदम उठाए जाएंगे। इसीलिए हम उसका इंतजार करेंगे।''       
 

Supreet Kaur

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