सरकार के साथ मिलकर एयर इंडिया नहीं चलायेगी इंडिगो

Thursday, Jul 06, 2017 - 06:39 PM (IST)

नई दिल्ली: सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया के अंतर्राष्ट्रीय परिचालन के अधिग्रहण में रुचि दिखा चुकी किफायती एयरलाइन इंडिगो ने आज स्पष्ट किया कि वह सरकार के साथ मिलकर संयुक्त उपक्रम या साझी मिलकियत में महाराजा का परिचालन नहीं कर सकती। इंडिगो के सह संस्थापकों राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल ने आज एनालिस्ट कॉल के जरिये चर्चा के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि सरकार के साथ संयुक्त उपक्रम या साझी मिलकियत में एयर इंडिया का परिचालन संभव नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि इंडिगो मुख्य रूप से सरकारी विमान सेवा कंपनी के अंतरराष्ट्रीय परिचालन में रुचि रखती है और चाहेगी कि सरकार इसे पूरी तरह अलग कर दे। हालाँकि, उन्होंने कहा कि यदि सरकार कहती है कि वह अंतरराष्ट्रीय के साथ एयर इंडिया के पूरे परिचालन को एक साथ बेचना चाहती है तो इस पर भी किफायती विमान सेवा कंपनी गंभीरता पूर्वक विचार करेगी।

भाटिया ने कहा हम एयर इंडिया के पूर्ण अधिग्रहण के बारे में नहीं सोच रहे। यह काफी दुष्कर काम है। हम सिर्फ एयरलाइन परिचालन में रुचि रखते हैं। हमने सरकार को दिये गये अभिरुचि पत्र में भी यह स्पष्ट कर दिया है। पहले दिन से ही हम उसके अंतरराष्ट्रीय परिचालन के बारे में बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि इंडिगो एयर इंडिया के अंतर्राष्ट्रीय परिचालन का अधिग्रहण कर लेती है तो उसका अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क काफी विस्तृत हो जाएगा।

यात्रियों की संख्या के हिसाब से घरेलू बाजार में 40 प्रतिशत से ज्यादा की हिस्सेदारी रखने वाली इंडिगो अभी सात अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए सेवा मुहैया करा रही है। श्री भाटिया ने कहा कि उनकी कंपनी महाराजा के ऋण और देनदारियों को अपने ऊपर लेने की इच्छा नहीं रखती।  
 

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