‘भारत का फार्मा एक्सपोर्ट 2020 तक 20 अरब डॉलर को कर जाएगा पार’

Tuesday, May 08, 2018 - 05:19 AM (IST)

नई दिल्ली: देश से दवाओं का निर्यात वर्ष 2020 तक 20 अरब डॉलर को पार कर जाएगा। फार्मा एक्सपोर्ट प्रोमोशन काऊंसिल (फार्मएग्जिल) के डायरैक्टर जनरल रवि उदय भास्कर ने यह बात कही है। 

उन्होंने कहा कि अमरीका जैसे देशों को निर्यात घटने के बावजूद भारत को इस लक्ष्य तक पहुंचने में दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने बताया कि भारत से दवाएं खरीदने में चीन सहित पड़ोसी देशों की दिलचस्पी बढ़ रही है जिससे फार्मा एक्सपोर्ट में भारत का प्रदर्शन अच्छा बना रहेगा। चीन से भारत बड़े पैमाने पर दवाएं बनाने के लिए एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रीडिएंट (ए.पी.आई.) खरीदता है। 

वित्त वर्ष 2017-18 में भारत से दवाओं का निर्यात 2.91 प्रतिशत बढ़कर 17.27 अरब डॉलर पहुंच गया जो 2016-17 में 16.78 अरब डॉलर था। उन्होंने इस हफ्ते होने वाले इंटरनैशनल एग्जीबिशन ऑफ  फार्मा एंड हैल्थ केयर (आई.पी.एच.ई.एक्स.) से पहले कहा कि दूसरे देश हैल्थ केयर खर्च घटाने के लिए भारत से जैनेरिक दवाओं की खरीदारी बढ़ा सकते हैं। 

उन्होंने बताया कि अभी चीन दुनिया में ए.पी.आई. की बड़े पैमाने पर सप्लाई करता है। इसके साथ वह भारत से ए.पी.आई. का आयात करने में भी दिलचस्पी ले रहा है। भारत से चीन को दवाओं का निर्यात वित्त वर्ष 2017-18 में 44 प्रतिशत बढ़कर 18.26 करोड़ डॉलर हो गया जो साल भर पहले 12.67 करोड़ डॉलर था। यह जानकारी फार्मएग्जिल ने दी है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 में भारतीय दवा कम्पनियों का बिजनैस बेहतर होगा क्योंकि लैटिन अमरीका और रूस जैसे देशों से दवाओं की काफी मांग है। उन्होंने बताया कि भारत के फार्मा एक्सपोर्ट में 30 प्रतिशत का योगदान देने वाले अमरीका और नॉर्थ अमरीका ने वित्त वर्ष 2017-18 में यहां से 30 प्रतिशत कम कीमत की दवाएं खरीदी थीं। 

Pardeep

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