सैर-सपाटे के लिए इन नए ठिकानों का रुख कर रहे भारतीय

Thursday, Apr 19, 2018 - 05:21 AM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय सैलानी इस साल सैर-सपाटे के परंपरागत ठिकानों से हटकर नई जगहों का रुख कर रहे हैं। अपने अरब, यहूदी और ईसाई स्मारकों के साथ कई संस्कृतियों के मिलन बिंदु के रूप में दिखने वाले स्पेन के टोलेडो से लेकर भारतीय पर्यटक कीव और आस्ताना की दिलफरेब जगहों तथा आस्ट्रेलिया के डेनट्री रेनफॉरैस्ट तक को खंगालने का मन बना चुके हैं। लोग की इस बार पुराने स्थानों को देखने में कम रूचि है। जिस कारण वे अब अन्य स्थानों का रुख कर रहे हैं। 

50 प्रतिशत बुकिंग 25 से 30 साल की उम्र वालों ने करवाई
मेकमायट्रिप के सी.ओ.ओ. मोहित गुप्ता ने कहा कि सैलानी नई जगहें देखना चाहते हैं। वे कुछ अलग अनुभव देने वाले विकल्प आजमा रहे हैं। करीब 50 प्रतिशत बुकिंग 25 से 30 साल की उम्र वालों ने करवाई हैं। उन्होंने कहा कि आस्ताना, अलमाटी, लोंबोक और मायकोनोस के बारे में सैलानियों की दिलचस्पी सबसे ज्यादा बढ़ रही है। इनके अलावा रोम, टोरंटो, एम्सटर्डम और इस्तांबुल के लिए बुकिंग 5 गुना से ज्यादा बढ़ी है। 

पिछले साल के मुकाबले बुकिंग ज्यादा
ट्रैवल पोर्टल्स का कहना है कि गर्मी के इस सीजन में विदेशी सैरगाहों के लिए बुकिंग्स पिछले साल के मुकाबले 30-50 प्रतिशत ज्यादा हो चुकी हैं। उनका कहना है कि इस बार भारतीय लोग लंदन, सिंगापुर और बैंकाक जैसे आम पर्यटन स्थलों से हटकर दूसरी जगहों का रुख कर रहे हैं। लीक से हटकर नई जगहों के बारे में सैलानियों की बढ़ी दिलचस्पी को देखते हुए ट्रैवल ऑप्रेटर कॉक्स एंड किंग्स ने ‘कैसल्स टू क्रोएशिया, मार्वल्स ऑफ  कीव’ जैसी नई स्कीम्स शुरू कर दी हैं। इनमें पर्यटकों को यूक्रेन और बाल्टिक क्षेत्र की सैर करवाई जाएगी। 7 रातों के इस हॉलीडे पैकेज में पोलैंड, लातविया, एस्टोनिया, फिनलैंड और लिथुआनिया को कवर किया जाएगा। 

हवाई यात्रियों की संख्या रिकार्ड 1.15 करोड़ के पार
देश में हवाई नैटवर्क  के विस्तार और सस्ते हवाई टिकट की उपलब्धता के कारण मार्च महीने में हवाई यात्रियों की संख्या 28.03 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड एक करोड़ 15 लाख के पार पहुंच गई। पिछले साल मार्च में घरेलू मार्गों पर हवाई यात्रियों की संख्या 90 लाख 45 हजार रही थी जो गत मार्च में एक करोड़ 15 लाख 80 हजार पर पहुंच गई। यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि मार्च में ए320 नियो विमानों के इंजनों में खराबी के कारण कुछ दिनों के लिए 14 विमानों के परिचालन पर प्रतिबंध लगा रहा था। नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार साल के पहले तीन महीने में जनवरी से मार्च के बीच हवाई यात्रियों की संख्या 23.87 प्रतिशत बढ़कर 3 करोड़ 37 लाख 90 हजार पर पहुंच गई। पिछले साल जनवरी-मार्च में यह संख्या 2 करोड़ 72 लाख 79 हजार रही थी। 

घरेलू मार्गों पर इंडिगो का दबदबा
घरेलू मार्गों पर मार्च में भी देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो का दबदबा बना रहा। हालांकि, उसकी बाजार हिस्सेदारी 39.9 प्रतिशत से घटकर 39.5 प्रतिशत रह गई।15 प्रतिशत यात्रियों ने अपनी यात्रा के लिए जैट एयरवेज को चुना। सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया 13.4 प्रतिशत के साथ तीसरे, किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजैट 12.7 प्रतिशत के साथ चौथे और गोएयर 9 प्रतिशत के साथ 5वें स्थान पर रही। 

Pardeep

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