भारतीय रेलवे की नई पहल, लोअर ग्रेड कर्मचारियों को करवा रहा विदेश की सैर

Tuesday, Jan 30, 2018 - 04:03 PM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय रेलवे ने एक नई पहल करते हुए पहली बार साउथ-सेंट्रल रेलवे के 100 कर्मचारियों को सिंगापुर और मलेशिया भेजा है। खास बात यह है कि इस दौरे में अधिकारी नहीं बल्कि निचले स्तर पर काम करने वाले कर्मचारी शामिल किए गए हैं। इस टूर में गैंगमैन, ट्रैकमैन और अन्य नॉन गजटेड कर्मचारी शामिल हैं।

सिंगापुर और मलेशिया रवाना हुए कर्मचारी
यह पहली बार है जब राष्ट्रीय परिवहन की ओर से ऐसा दौरा आयोजित किया गया। दक्षिण मध्य रेलवे के 100 गैर राजपत्रित कर्मचारी 28 जनवरी को 6 दिन के दौरे पर सिंगापुर और मलेशिया रवाना हुए। विदेश भ्रमण का 25 प्रतिशत खर्च कर्मचारियों को खुद उठाना है जबकि बाकी का 75 प्रतिशत स्टाफ बेनिफिट फंड से दिया जा रहा है।

निचले ग्रेड के कर्मचारियों को दी प्राथमिकता
चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर उमाशंकर ने बताया कि पहली बार में 100 कर्मचारियों को भेजा गया है। इसमें निचले ग्रेड के कर्मचारियों को प्राथमिकता दी गई है और जो लोग रिटायरमेंट के करीब हैं उन्हें अतिरिक्त वरीयता दी गई है। रेलवे के कर्माचारियों के वेलफेयर के लिए यह अपनी तरह की पहली योजना है। 

रेलवे कर्मचारियों को मिलती है कई अन्य सेवाए
उमाशंकर ने बताया कि इस भ्रमण में यूनिवर्सल स्टूडियोज, नाइट सफारी, कुआला लमपुर सिटी, पेट्रोनास टावर्स, बातू की गुफाएं शामिल हैं। बता दें कि रेलवे की तरफ से कर्मचारियों को कई तरह की सुविधाएं दी जाती है। कर्मचारियों को वेलफेयर के लिए SBT फंड दिया जाता है। लोअर ग्रेड के कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप देने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। इससे बच्चों के कैंप और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। पिछले साल दिसंबर में ही इस टूर पर फैसला किया गया था और एक महीने के भीतर ही कर्मचारियों को विदेश भ्रमण पर जाने का मौका मिल गया। 

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