आवभगत में पिछड़ रहे हैं भारतीय होटल

Saturday, Oct 22, 2016 - 01:08 PM (IST)

मुम्बई: आवभगत में भारतीय होटल पिछड़ रहे हैं। मैरियट-स्टारवुड, कार्लसन स्थानीय होटलों से जुड़कर ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। मैरियट होटल्ज स्टारवुड होटल्ज को अधिगृहित करके इस देश में सबसे बड़ी होटल चेन बन गई है जिसके कमरों की संख्या 18,000 हो गई है। इसने टाटा ग्रुप की तरफ  से प्रोमोटिड ‘ताज ग्रुप ऑफ  होटल्ज’ के लिए परेशानी पैदा कर दी है जो दशकों से आवभगत क्षेत्र में अग्रणी चल रहा था। किफायती ब्रांड जिंजर को शामिल करके ताज ग्रुप जिसमें ताज, वीवैंटा और गेटवे ब्रांड शामिल हैं, के कमरों की कुल संख्या 16,640 तक पहुंच गई है।

मैरियट-स्टारवुड की कुल 120 जायदादें हैं जोकि भारत में किसी भी अन्य होटल्ज चैन से अधिक हैं। अगले 3 सालों में मैरियट-स्टारवुड भारत में 79 नई जगहों पर 16,000 कमरों में और वृद्धि करेगा जो देश में किसी भी कम्पनी या कम्पनी ग्रुप से अधिक होगी। इस वृद्धि के साथ ये दोनों इस कारोबार के एक बड़े हिस्से पर छा जाएंगे। दोनों मैरियट (33 होटल) और स्टारवुड (46 होटल) के भारत में 7 आप्रेशनल ब्रांड हैं। ताज ग्रुप के होटलों के लाभांश में 30 प्रतिशत कम मुनाफा वाले जिंजर ब्रांड से आता है जबकि इसके 3 प्रमुख ब्रांड देश में केवल84 आप्रेशनल जायदादों पर आधारित हैं।

चीन आप्रेशनल अफसर (एशिया) मैरियट इंटरनैशनल राजीव मेनन ने कहा कि हम हमेशा भारतीय बाजार के बारे में सजग रहे हैं। चीन के बाद यह हमारे लिए दूसरी सबसे बड़ी मार्कीट है। एक और अमरीकन होटल महारथी कार्लसन रैजीडोर ने भारत में अपनी मौजूदगी चुपचाप बढ़ा ली है और कोलकाता स्थित आई.टी.सी. को पीछे कर दिया है। कार्लसन के भारत में 5 आप्रेशनल ब्रांड हैं और 77 जायदादें हैं। देश में कम्पनी के 8200 आप्रेशनल रूम हैं जबकि आई.टी.सी. के 4 प्रमुख ब्रांडों में 8000 से भी कम रूम हैं। रैडीसन की तरफ  से रैडीसन ब्ल्यू, रैडीसन, पार्क प्लाजा पार्क इन और कंट्री इन एंड सूइट्स कार्लसन की तरफ  से चलाए जाते ब्रांड हैं। 2 अन्य ब्रांड रैडीसन रैड और कुओर्वस कलैक्शन अगले 2 सालों में अपनी हाजिरी लगवाएंगे।

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