''किसी दबाव में आकर'' व्यापार समझौता नहीं करेगा भारतः गोयल
punjabkesari.in Saturday, Oct 25, 2025 - 03:03 PM (IST)
नई दिल्लीः वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारत जल्दबाजी में या 'किसी तरह के दबाव में आकर' कोई समझौता नहीं करेगा जबकि एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत और अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के 'बहुत करीब' हैं। गोयल ने जर्मनी में आयोजित ‘बर्लिन संवाद' में कहा कि भारत की यूरोपीय संघ (ईयू) और अमेरिका सहित विभिन्न देशों एवं समूहों के साथ व्यापार समझौतों पर सक्रिय रूप से बातचीत जारी है।
गोयल ने कहा, ‘‘हम यूरोपीय संघ के साथ सक्रिय बातचीत कर रहे हैं। हम अमेरिका से भी बात कर रहे हैं लेकिन हम जल्दबाजी में कोई समझौता नहीं करते और न ही कोई समयसीमा तय करके या फिर किसी तरह के दबाव में आकर कोई समझौता करते हैं।'' उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका में लगाए गए उच्च सीमा शुल्क से निपटने के लिए नए बाजारों की तलाश कर रहा है। गोयल की यह टिप्पणी रूस से तेल खरीद बंद करने के लिए भारत पर अमेरिका द्वारा बनाए जा रहे दबाव को देखते हुए महत्वपूर्ण है। इसे लेकर अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया हुआ है जिससे कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो चुका है।
इस बीच, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौते के प्रावधानों और शर्तों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, "जहां तक अमेरिका के साथ समझौते की बात है तो हम इसे अंतिम रूप देने के बेहद करीब हैं।" अधिकारी ने कहा, "समाधान के लिए अब अधिक मसले नहीं बचे हैं। समझौते पर बातचीत प्रगति पर है और अब कोई नया मुद्दा वार्ताओं में बाधा नहीं बन रहा है। हम अधिकांश मुद्दों पर सहमति की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं।" भारत और अमेरिका इस साल मार्च से एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। इस पर अब तक पांच दौर की वार्ता पूरी हो चुकी है।
अमेरिका द्वारा अगस्त में भारतीय उत्पादों के आयात पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाए जाने के बाद व्यापार समझौते पर बातचीत रुक गई थी। हालांकि शीर्ष स्तर पर अनुकूल टिप्पणियां आने के बाद इस दिशा में प्रगति हुई है। वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल पिछले सप्ताह अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ व्यापार वार्ता करने के लिए अमेरिका में था। यह तीन-दिवसीय वार्ता 17 अक्टूबर को संपन्न हुई।
