भारत में 2022 तक क्लाऊड कम्प्यूटिंग क्षेत्र में सृजित होंगे 10 लाख रोजगार

Saturday, Nov 24, 2018 - 01:33 PM (IST)

मुम्बई : छोटी-बड़ी सभी कम्पनियों में ‘क्लाऊड कम्प्यूटिंग’ आज वक्त की जरूरत बनती जा रही है और दुनियाभर में इस क्षेत्र में लाखों पेशेवरों की जरूरत है। ग्रेट लॄनग की रिपोर्ट अनुसार 2022 तक इस क्षेत्र में देश के भीतर ही 10 लाख से अधिक रोजगार सृजन होंगे। ग्रेट लॄनग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वर्तमान में क्लाऊड प्रौद्योगिकी ढांचे पर कम्पनियां अपने पारम्परिक प्रौद्योगिकी व्यय से साढ़े 4 गुना अधिक निवेश कर रही हैं। 2020 तक इसके और तेज होने की उम्मीद है। ग्रेट लॄनग कामकाजी लोगों को प्रौद्योगिकी शिक्षा देने वाला एक मंच है। इस रिपोर्ट को वरिष्ठ क्लाऊड विशेषज्ञों, रोजगार देने वाले प्रबंधकों के साथ संवाद और उच्च गुणवत्ता की औद्योगिक शोध रिपोर्ट के आकलन से तैयार किया गया है।     

क्लाऊड कम्प्यूटिंग का बाजार अभी 2.2 अरब डॉलर का
देश में क्लाऊड कम्प्यूटिंग का बाजार अभी 2.2 अरब डॉलर है। 2020 तक इसके सालाना 30 प्रतिशत की दर से बढ़कर 4 अरब डॉलर होने की उम्मीद है। क्लाऊड सेवा के सुरक्षित और लागत प्रभावी होने की वजह से कम्पनियों के बीच इसे अपनाने के रुझान में बदलाव आया है। इसलिए अब वह पारम्परिक डाटा केंद्रों के स्थान पर ‘क्लाऊड कम्प्यूटिंग’ को वरीयता दे रही हैं और इससे इसका बाजार तेजी से बढ़ रहा है। देश में अब बड़ी कम्पनियां भी ‘क्लाऊड’ को अपना रही हैं क्योंकि ये उन्हें कामकाज में लचीलापन, व्यापकता और गति देता है।     

Isha

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