प्लास्टिक प्रतिबंध के मामले में भारत ने वैश्विक नेतृत्व दिखाया

Saturday, Jun 09, 2018 - 04:23 PM (IST)

नई दिल्लीः विश्व पर्यावरण दिवस पर भारत में हुए कार्यक्रमों को ऐतिहासिक बताते हुए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रमुख एरिक सोलहेम ने इसके लिए भारत की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा है कि भारत ने ‘एक बार इस्तेमाल के बाद फैंक दिए जाने वाले प्लास्टिक’ का को 2022 तक समाप्त करने की घोषणा कर अपने ‘वैश्विक नेतृत्व’ को दिखाया है।

उल्लेखनीय है कि विश्व पर्यावरण दिवस यहां आयोजित एक कार्यक्रम में पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने इस तरह के प्लास्टिक को 2022 तक भारत से समाप्त करने का संकल्प व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। सोलहेम ने कहा, ‘यह (विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम) वास्तव में ऐतिहासिक था। वैश्विक मेजबान के रूप में भारत ने जिम्मेदारी ली और देश भर में सैकड़ों कार्यक्रमों का आयोजन किया। इनमें समुद्र तट व नदी सफाई से लेकर युवाओं में जागरुकता बढ़ाने के कार्यक्रम शामिल हैं।’ सोलहेम के अनुसार भारत ने महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं जिनका प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ वैश्विक लड़ाई पर ‘निश्चित असर’ पड़ेगा।

उन्होंने कहा, ‘एक बार इस्तेमाल कर फैंक दिए जाने वाले प्लास्टिक को 2022 तक समाप्त करने की घोषणा कर, भारत ने वैश्विक नेतृत्व का प्रदर्शन किया है और अब दूसरे देशों पर है कि वे भारत का अनुसरण करें।’ उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण का ‘क्लीन सी’ अभियान भारत के समर्थन से और मजबूत होगा तथा इससे बाकी देशों को भी एक संदेश जाएगा कि वे इस समुद्री कचरे से निपटने के मिलकर काम करें। भारत ने इस साल विश्व पर्यावरण दिवस की वैश्विक मेजबानी की। इस मौके पर भारत सरकार ने 2022 तक एक बार उपयोग कर फेके जाने वाले प्लास्टिक को समाप्त करने के अपने संकल्प की घोषणा की।  
 

Supreet Kaur

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