2020-21 में 5.1% रह सकती है भारत की GDP वृद्धि दर: OECD

Wednesday, Mar 04, 2020 - 10:30 AM (IST)

नई दिल्लीः वैश्विक निकाय आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओ.ई.सी.डी.) ने वित्त वर्ष 2020 के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) वृद्धि दर घटाकर 5.1 प्रतिशत कर दी जबकि पूर्व में इसके 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था। कोरोना वायरस के घरेलू के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पडऩे वाले प्रभाव को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।

ओ.ई.सी.डी. ने कहा कि भरोसा, वित्तीय बाजार, यात्रा क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव तथा आपूर्ति शृंखला बाधित होने को देखते हुए जी-20 के सभी देशों की 2020 के लिए वृद्धि दर को कम किया गया है। आर्थिक वृद्धि दर खासकर उन देशों की कम की गई है, जो चीन से जुड़े हुए हैं। भारत विकसित और विकासशील देशों का समूह जी-20 का सदस्य देश है। ओ.ई.सी.डी. के अंतरिम आर्थिक परिदृश्य अनुमान के अनुसार भारत की वास्तविक जी.डी.पी. वृद्धि दर 1 अप्रैल 2020 से शुरू वित्त वर्ष में 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है और अगले वित्त वर्ष में यह सुधरकर 5.6 प्रतिशत रह सकती है।

देश की आर्थिक वृद्धि दर 2020-21 में 6 से 6.5 प्रतिशत रह सकती है
वित्त वर्ष 2020-21 के लिए ताजा अनुमान नवम्बर 2019 के अनुमान के मुकाबले 1.1 प्रतिशत अंक कम है। संसद में पेश आर्थिक समीक्षा के अनुसार देश की आर्थिक वृद्धि दर 2020-21 में 6 से 6.5 प्रतिशत रह सकती है। वहीं राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने देश की जी.डी.पी. वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। ओ.ई.सी.डी. ने मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में इसके 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के कारण मानवीय नुक्सान के आर्थिक बाधाएं उत्पन्न हुई हैं।

jyoti choudhary

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