भारत के पास वैश्विक विकास दर से 5% ऊपर वृद्धि करने की क्षमता: जेटली
Saturday, Dec 08, 2018 - 11:13 AM (IST)
नई दिल्लीः वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारत लगातार दो दशक तक तेज विकास दर हासिल कर सकता है। भारत के पास वैश्विक अर्थव्यवस्था की सालाना वृद्धि दर से पांच प्रतिशत अधिक विकास दर बनाए रखने की क्षमता है। जेटली ने शुक्रवार को ‘जागरण फोरम’ में यह बात कही।
जेटली ने कहा कि भारत लगातार दो दशक तक सात-आठ प्रतिशत विकास दर जारी रख सकता है। उन्होंने कहा कि विकसित देशों में वृद्धि के रास्ते कम होते हैं लेकिन हमारे देश में अभी कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां विकास की गुंजाइश है। जेटली ने उदाहरण देते हुए कहा कि कानपुर के पश्चिम में ग्रोथ है जबकि पूरब में अभी बहुत गुंजाइश है। पूरब में स्थित प्रदेशों मसलन, उड़ीसा, झारखंड और छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान हैं और जहां खनिज संसाधन भी हैं। ऐसे में यहां विकास की पूरी संभावनाएं हैं।
जेटली ने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने से पहले भारत के लिए पॉलिसी पैरालिसिस और फ्रेजाइल फाइव जैसे विशेषणों का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन चार साल में ही भारतीय अर्थव्यवस्था 10वें नंबर से छठे नंबर पर आ गई है। फ्रांस से इसी साल आगे निकल आए हैं। अगले साल इगलैंड से आगे बढ़ जाएंगे। अगले कुछ वर्षों में भारत, अमेरिका और चीन के बाद तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होगा।
अर्थव्यवस्था को संगठित बनाने की जरूरत पर बल देते हुए जेटली ने कहा कि मोदी सरकार जब सत्ता में आई उस समय देश में महज 3.8 करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल होते थे लेकिन इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 6.8 करोड़ हो गया है। मोदी सरकार अगले साल जब पांच साल पूरी करेगी तब तक आयकर रिटर्न की संख्या दोगुनी यानी 7.6 करोड़ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि देश में 10 से 12 करोड़ के कर आधार (टैक्स बेस) की क्षमता है। उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद पहले साल ही इसके तहत करदाता आधार 75 प्रतिशत बढ़ गया है।