चीन की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी वाले AIIB से भारत की 8 अरब डॉलर की हैल्थ इंफ्रा परियोजना को मिल सकता है फंड
Monday, Aug 03, 2020 - 02:52 PM (IST)
नई दिल्लीः देश की 8 अरब डॉलर की एक हैल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर योजना को एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमैंट बैंक (ए.आई.आई.बी.) से लोन मिल सकता है। विश्व बैंक या एशियाई विकास बैंक की तरह ए.आई.आई.बी. भी एक अंतरर्राष्ट्रीय बैंक है। इसमें चीन की सबसे ज्यादा 26.63 फीसदी हिस्सेदारी है।
ए.आई.आई.बी. के वाइस प्रैसिडैंट डी.के. पांडियन ने कहा कि परियोजना की फंडिंग के लिए चीन में मुख्यालय रखने वाला यह बैंक भारत सरकार से बात कर रहा है। इस योजना के तहत देश के हर जिले में स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाया जाएगा ताकि भविष्य में किसी भी स्वास्थ्य संकट से बहतर तरीके से निपटा जा सके। विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक भी इस परियोजना को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय से बात कर रहे हैं।
इसी साल ए.आई.आई.बी. के लोन को मिल सकती है मंजूरी
पांडियन ने कहा कि यदि सब कुछ सही रहा तो इसी साल ए.आई.आई.बी. के लोन को सरकार की मंजूरी मिल सकती है। चीन के पेइचिंग में मुख्यालय रखने वाला यह बैंक पहले भी भारत को कोरोना वायरस से निपटने के लिए 1.2 अरब डॉलर का लोन दे चुका है।
भारत भी बैंक का संस्थापक सदस्य
भारत के पास ए.आई.आई.बी. की दूसरी सबसे बड़ी 7.65 फीसदी हिस्सेदारी है। इस बहुपक्षीय बैंक की स्थापना 2016 में हुई थी। चीन के पेइचिंग में इस बैंक का मुख्यालय है। भारत भी इस बैंक का संस्थापक सदस्य है।
ए.आई.आई.बी. ने भारत को दिया सबसे ज्यादा कर्ज
ए.आई.आई.बी. ने अब तक सबसे ज्यादा 25 फीसदी कर्ज भारत को दिया है। स्थापना के बाद से ए.आई.आई.बी. ने 16 जुलाई, 2020 तक 24 अर्थव्यवस्थाओं की 87 परियोजनाओं के लिए कुल 19.6 अरब डॉलर के कर्ज को मंजूरी दी है। इसमें से ए.आई.आई.बी. ने 4.3 अरब डॉलर का कर्ज भारत की 17 परियोजनाओं के लिए मंजूर किया है।