G20 सम्मेलनः स्टार्टअप फंडिंग और डेरिवेटिव सुधार को लेकर भारत ने प्रशंसा बटोरी

Monday, Jul 10, 2017 - 09:51 AM (IST)

हैम्बर्ग: स्वस्थ और समावेशी वृद्धि एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था की मदद के मामले में भारत द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए जी 20 ने कारोबार सुगमता को बढ़ावा देने, स्टार्टअप इकाइयों के वित्तपोषण श्रम सुधारों को लेकर की गई पहलों की प्रशंसा की है।

उत्पादों का लोकप्रिय बना रहा है भारत
विश्व की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं के कल यहां सम्पन्न सम्मेलन में स्वीकार की गई। हैम्बर्ग कार्ययोजना में समूह ने यह भी कहा है कि वित्तीय क्षेत्र में भारत अपनी अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाने के प्रयासों के तहत विनिमय और इलेक्ट्रोनिक व्यापार मंचों पर कई तरह के डेरिवेटिव उत्पादों को लोकप्रिय बना रहा है।

श्रम सुधार में भी आगे है भारत
समूह ने कहा है कि भारत नवोन्मेष तथा कारोबार सुगमता को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप को विदेशों से व्यावसायिक ऋण (ई.सी.बी.) जुटाने को बढ़ावा दे रहा है। यह ढांचागत सुधार एवं स्वस्थ वृद्धि को गति देने के लिए इस साल जी 20 सदस्यों द्वारा शुरू किए गए प्रयासों के अनुसार हो रहा है। इस साल समावेशी वृद्धि के संवर्धन के लिए जी 20 द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में कार्ययोजना में कहा गया है कि भारत कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए श्रम सुधार कर रहा है, कार्यबल में महिला सहभागिता बढ़ा रहा है तथा देश में कारोबार सुगम बनाने की दिशा में कदम उठा रहा है।

वैश्विक रैंकिंग में सुधार लोने के लिए की जा रही है जी-तोड़ कोशिश
जी 20 सम्मेलन का कथन भारत द्वारा कारोबार सुगमता में वैश्विक रैंकिंग में सुधार लाने के लिए की जा रही जी-तोड़ कोशिश के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। इस सम्मेलन में विश्व के अन्य नेताओं के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया। विश्व बैंक ने कारोबार सुगमता की दृष्टि से भारत को पिछले साल 130 वां स्थान दिया था। उसके पिछले वर्ष की तुलना में यह बस एक पायदान का सुधार है। मोदी सरकार न कहा कि वह चाहती है कि कारोबार सुगमता में भारत शीर्ष 50 देशों में स्थान आए। अगली रैकिंग इस साल के बाद में आने वाली है।

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