4 देशों से तांबे की तार के आयात पर सब्सिडी रोधी शुल्क लगा सकता है भारत

Thursday, Nov 07, 2019 - 04:34 PM (IST)

नई दिल्लीः भारत चार देशों से तांबे की मोटी तार के आयात पर सब्सिडी रोधी शुल्क लगा सकता है। इस तार का आयात इंडोनेशिया, मलेशिया, थाइलैंड और वियतनाम से किया जा रहा है। वाणिज्य मंत्रालय की जांच इकाई व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने इस मामले में अपनी जांच पूरी कर ली है।

जांच से यह निष्कर्ष निकला है कि इन देशों से तांबे की तार के आयात से घरेलू उद्योग प्रभावित हो रहा है। डीजीटीआर ने पिछले साल सितंबर में इन चार देशों से तांबे की तार के निर्यात पर सब्सिडी की जांच शुरू की थी। हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और वेदांता इंडस्ट्रीज (स्टरलाइट कॉपर) ने घरेलू उद्योग की ओर से इस बारे में डीजीटीआर में अपील दायर की थी। इन कंपनियों ने आरोप लगाया था कि इन चार देशों द्वारा इस उत्पाद के निर्यात पर सब्सिडी दी जा रही है और इस मामले में सब्सिडी रोधी जांच की जाए।

डीजीटीआर ने पांच साल की अवधि के लिए बाध्यकारी प्रतिपूरक शुल्क लगाने की सिफारिश की है। यह शुल्क लगाने का फैसला वित्त मंत्रालय करेगा। अपनी जांच में डीजीटीआर ने निष्कर्ष निकाला है कि इन देशों द्वारा भारत को तांबे की तार का निर्यात सब्सिडी पर किया जा रहा है। इससे घरेलू उद्योग को चोट पहुंची है। डीजीटीआर ने इस पर भारत में उतरने के मूल्य पर 2.47 फीसदी से 10.27 फीसदी का शुल्क लगाने की सिफारिश की है। इस मामले में जांच की अवधि 2017-18 (12 महीने) रही है। इसके तहत 2014-17 के आंकड़ों का भी आकलन किया गया है। 

Supreet Kaur

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