फरवरी में विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियां पड़ी सुस्तः PMI

Wednesday, Feb 28, 2018 - 02:37 PM (IST)

नई दिल्लीः फरवरी में भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर में जनवरी के मुकाबले मामूली गिरावट देखी गई। इसकी प्रमुख वजह कारखानों में उत्पादन का धीमा रहना और नए कारोबारी ऑर्डरों का कम होना है।

कंपनियों के परचेजिंग मैनेजरों के बीच किया जाने वाले मासिक सर्वेक्षण निक्की इंडिया विनिर्माण परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पीएमआई) फरवरी में 52.1 रहा जो जनवरी में 52.4 था। यह परिचालन हालात में बेहतरी को दिखाता है। यह लगातार सातवां महीना है जब पीएमआई सूचकांक 50 से ऊपर रहा है। पीएमआई का 50 से ऊपर रहना क्षेत्र में विस्तार अथवा वृद्धि को दर्शाता है। वहीं इसका 50 के स्तर से नीचे रहना क्षेत्र में संकुचन को दिखाता है।

आईएचएस मार्किट में अर्थशास्त्री और इस रपट की लेखिका आशना डोढिया ने कहा, ‘‘यह बेहद अच्छा है कि भारतीय विनिर्माण क्षेत्र वृद्धि के दायरे में बना रहा है। जबकि माल एवं सेवाकर (जीएसटी) का प्रभाव नकारात्मक रहा था।’’ विनिर्माण क्षेत्र में इस वृद्धि की प्रमुख वजह विनिर्माण उत्पादन का बढऩा है, वहीं घरेलू और विदेशी बाजारों से मांग बढऩे की रिपोर्टें हैं जिससे नया कारोबार हुआ है। हालांकि जनवरी के मुकाबले यह वृद्धि कम है।      

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