चीन पर निर्भरता कम करने के लिए भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने शुरू की नई पहल
Saturday, Aug 22, 2020 - 02:44 PM (IST)
नई दिल्लीः भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने चीन पर निर्भरता को कम करने के लिए त्रिपक्षीय सप्लाई चेन रेजिलिएशन इनिशिएटिव (SCRI) के शुभारंभ के लिए विचार-विमर्श शुरू किया है। यह पहल जापान द्वारा पहले प्रस्तावित की गई थी और अब इसे अंजाम दिया जा सकता है। इन देशों के अधिकारी इन तीन देशों के वाणिज्य और व्यापार मंत्रियों की पहली बैठक आयोजित करने की तारीखों पर काम कर रहे हैं। इससे पहले, जापान ने अपने अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग मंत्रालय के माध्यम से भारत से संपर्क किया था और इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए आग्रह किया था।
लद्दाख में चीन के साथ तनाव के बीच भारत ने इस प्रस्ताव को काफी गंभीरता से लिया है। वैश्विक आपूर्ति शृंखला का हिस्सा बनने का निर्णय, जो संभावित रूप से चीन के विकल्प के रूप में है, कथित तौर पर भारत सरकार के उच्चतम स्तर पर लिया गया है।
इस पहल का उद्देश्य
इस पहल का मुख्य उद्देश्य हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को आकर्षित करना है। इसका उद्देश्य इस क्षेत्र को आर्थिक महाशक्ति में बदलना है। साथ ही, इसका उद्देश्य क्षेत्र के देशों के बीच साझेदार संबंध बनाना है। एससीआरआई के विचार को आसियान देशों के लिए भी खुला रखा गया है।
भारत-जापान-ऑस्ट्रेलिया
- इन देशों की भौगोलिक स्थिति महत्वपूर्ण हैं। चीन के कार्यों का मुकाबला करने के लिए हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में इन तीन देशों के कदमों के मुख्य बिंदु हैं
- भारत और जापान सुरक्षा, राजनीतिक और आर्थिक सहयोग के क्षेत्रों में अपनी नई भागीदारी बना रहे हैं।
- जापान की फ्री और ओपन हिन्द-प्रशांत रणनीति और भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के बीच अभिसरण है।
- भारत और ऑस्ट्रेलिया पनडुब्बी रोधी युद्ध अभ्यास करते हैं। उन्होंने मजबूत पीपल-टू-पीपल संबंध स्थापित किए हैं।
- आस्ट्रेलिया और जापान के संयुक्त उद्यम हैं जो भारत को प्रमुख तीसरे भागीदार के रूप में पहचानते हैं।