भारत का वित्तीय क्षेत्र कर रहा विचारणीय चुनौतियों का सामनाः IMF

Friday, Dec 22, 2017 - 11:27 AM (IST)

वाशिंगटनः भारत का वित्तीय क्षेत्र इस समय कई चिंताजनक चुनौतियों का सामना कर रहा है। इसमें उच्च स्तर की गैर-निष्पादित आस्तियां (एन.पी.ए.), कारपोरेट बैंलेंस शीट में सुधार की धीमी प्रक्रिया देश की बैंकिंग प्रणाली के लचीलेपन का परीक्षण कर रही हैं, जो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आई.एम.एफ.) के मुताबिक देश की प्रगति में बाधा बन रहे हैं।

मुद्रा कोष के कार्यकारी बोर्ड का ‘भारत की वित्तीय प्रणाली की स्थिरता के आकलन’ (एफ.एस.एस.ए.) पर विचार-विमर्श करने के बाद उसने एक रिपोर्ट में कहा कि भारत के प्रमुख बैंक लचीले दिखते हैं लेकिन इस प्रणाली में कई विचारयोग्य कमजोरियां हैं। मुद्रा कोष ने कहा कि वित्तीय क्षेत्र के सामने कई चुनौतियां हैं और आर्थिक वृद्धि हाल में धीमी हुई है। एन.पी.ए. का उच्च स्तर, कारपोरेटों की बैलेंस शीट में धीमा सुधार बैंकों के लचीलेपन का परीक्षण कर रही हैं और देश में निवेश और वृद्धि की बाधक हैं। इससे पहले भारत के लिए आखिरी बार एफ.एस.एस.ए. को वर्ष 2011 में किया गया था।       

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