अमरीका-चीन ट्रेड वार में इंडिया को फायदा, Apple आ सकती है भारत

Thursday, Jun 13, 2019 - 10:59 AM (IST)

नई दिल्ली: यू.एस. (अमरीका)-चीन ट्रेड वार से भले ही दोनों देशों को नुक्सान हो लेकिन इसका फायदा भारत को मिलता हुआ दिख रहा है। दुनिया भर की ज्यादातर मोबाइल कम्पनियां चीन में प्रोडक्शन करती हैं। इसमें अमरीका की कई कम्पनियां हैं जिनका चीन में प्रोडक्शन शुरू है लेकिन अब अमरीका की एप्पल जैसी बड़ी कम्पनियां भारत की तरफ रुख कर रही हैं। एप्पल कई सालों से बेंगरूर में आईफोन के पुराने मॉडल का प्रोडक्शन कर रही है लेकिन अब इस प्रोडक्शन को विस्तार देते हुए नए मॉडल का उत्पादन करने पर विचार कर रहा है। फॉक्सकॉन अब भारत में आईफोन और एक्स.आर. सीरीज का परीक्षण चला रही है तथा चेन्नई के उपनगरों में बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन शुरू करने की तैयारी कर रही है।

फॉक्सकॉन एप्पल का खास मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर
फॉक्सकॉन अमरीका की दिग्गज कम्पनी एप्पल का सबसे खास मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर है। बोर्ड के नोमिनी और सैमीकंडक्टर डिवीजन के मुखिया यंग लियू ने अपने निवेशकों से कहा है कि यू.एस.-चीन ट्रेड वार पर एप्पल कम्पनी कहीं भी प्रोडक्शन को शिफ्ट करती है तो हम उसको सपोर्ट करेंगे।

एप्पल के लिए चीन फायदे का सौदा नहीं होगा साबित
चीन में बड़े पैमाने पर एप्पल के उत्पादों का उत्पादन होता है लेकिन ट्रेड वार की वजह से एप्पल के लिए चीन फायदे का सौदा साबित नहीं होगा। लिहाजा एप्पल को भारत बेहतर बाजार नजर आ रहा है। वैसे भी पी.एम. मोदी ताईवानी मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी फॉक्सकॉन को भारत आने का न्यौता दे चुके हैं।

उत्पादन क्षमता 25 प्रतिशत चीन के बाहर
लियू ने कहा कि हमारी उत्पादन क्षमता 25 प्रतिशत चीन के बाहर होती है और हम अमरीकी बाजार में एप्पल की जरूरतों को पूरी करने में मदद करेंगे। लियू ने आगे कहा कि अब भारत में एप्पल के लिए निवेश किया जा रहा है। हमारे पास एप्पल के प्रोडक्ट का उत्पादन करने की पूरी क्षमता है।

Seema Sharma

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