भारत, अमरीका 17 देशों के 1,500 कृषि पेशेवरों को प्रशिक्षित करेंगे

Tuesday, Jul 26, 2016 - 02:55 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत और अमरीका ने एक वैश्विक कार्यक्रम के दूसरे चरण की पेशकश की है जिसके तहत अफ्रीका और एशिया भर के 17 देशों के 1,500 कृषि पेशेवरों को अगले 4 वर्षो में नई कृषि तकनीकों के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। सरकार के राष्ट्रीय कृषि विस्तार संस्थान (एमएएनएजीई) और अंतर्राष्ट्रीय विकास अमरीकी एजैंसी (यूएसएआईडी) के द्वारा लागू किया जाएगा। पहले चरण में वर्ष 2013-15 के दौरान 3 अफ्रीकी देशों कीनिया, लाइबेरिया और मालावी के 219 पेशेवरों को प्रशिक्षित किया गया। वे अब कृषि उत्पादकता और आय को बढ़ाने के लिए खेती के नए तरीकों को लागू कर रहे हैं।  

 

कृषि सचिव एस के पटनायक ने पेशकश के बाद कहा, "पहले चरण का प्रभाव काफी संतोषजनक है और कार्यक्रम का विस्तार और अधिक देशों तक फैलाने के लिए किया गया है। इसलिए दूसरे चरण में अफ्रीका और एशिया के 17 देशों को अपने दायरे में लिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि 15 दिनों की अवधि वाले करीब 32 प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन भारत में किया जाएगा और 10 दिनों तक चलने वाले करीब 12 प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन अफ्रीकी और एशियाई देशों में वर्ष 2016 से वर्ष 2020 के दौरान किया जाएगा।

 

पटनायक ने कहा कि भागीदारी करने वालों का यात्रा, बीमा, रहने, स्थानीय यात्रा और कार्यक्रम शुल्क सहित पूरा खर्च यूएसएआईडी और एमएएनएजीई द्वारा वहन किया जाएगा। भारत में अरीका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने कहा, "दो महान देशों कीविशेषज्ञता और अन्वेषण का उपयोग करते हुए हम वैश्विक विकास की चुनौतियों के समाधान के लिए नए अवसरों का सृजन कर रहे हैं तथा इस तरह हम दुनिया को गरीबी और भुखमरी से मुक्त करने के अपने सांझा दायित्वों के निर्वहन में एक दूसरे के और करीब आए हैं।

 

अफ्रीका में कीनिया, लाइबेरिया, यूगांडा, रवांडा, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, तंजानिया, सूडान, बोत्सवाना, इथियोपिया और एशिया में अफगानिस्तान, कोंलबिया, लाआें पीडीआर, म्यांमा, मंगोलिया और वियतनाम जैसे 17 देशों के कृषि पेशेवरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ‘कृषि विस्तार प्रबंधन में सार्वजनिक निजी भागीदारी’ पर कार्यक्रम का पहला चरण हैदराबाद स्थित एमएएनएजीई द्वारा 17 से 31 अक्तूबर के दौरान किया जाएगा। ‘फलों और सब्जियों के विपणन में उभरती प्रवृत्तियों’ पर कार्यक्रम का दूसरा चरण जयपुर स्थित राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान द्वारा 16 से 30 नवंबर के दौरान किया जाएगा। 

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