भारत में सोने की मांग 24 फीसदी गिरकर 145.9 टन रहीः WGC

Thursday, Nov 09, 2017 - 12:27 PM (IST)

नई दिल्लीः भारत में सोने की मांग वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में 24 फीसदी गिरकर 145.9 टन रही है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। वर्ष 2016 की जुलाई-सितंबर तिमाही में यह मांग 193 टन थी। रिपोर्ट के अनुसार इसकी प्रमुख वजह जी.एस.टी. का लागू किया जाना है। साथ ही आभूषणों के खुदरा लेनदेन को लेकर धनशोधन रोधी कानूनों को अमल में लाए जाने से भी खरीदारों ने इससे दूरी बनाए रखी।

समीक्षावधि में मूल्य के आधार पर आभूषण की मांग 31 फीसदी घटकर 30,340 करोड़ रुपए रही है जो वर्ष 2016 की समान अवधि में 43,880 करोड़ रुपए थी। कुल निवेश मांग 23 फीसदी घटकर 31 टन रही जो पिछले साल इसी दौरान 40.1 टन थी। मूल्य के आधार पर इसमें 29 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह 8,200 करोड़ रुपए रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 11,520 करोड़ रुपए था। वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में भारत में कुल 26.7 टन सोने का पुनर्चक्रण किया गया जो 2016 की इसी अवधि में 25.7 टन था।

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के भारत में प्रबंध निदेशक सोमसुंदरम पी. आर. ने कहा, ‘‘भारत की सोने की मांग में 2017 की तीसरी तिमाही में 24 फीसदी की गिरावट देखी गई है। इसकी वजह जी.एस.टी. और आभूषण के खुदरा लेनदेन को लेकर धनशोधन रोधी कानूनों को लागू किए जाने से खरीदारों का खरीद से दूर रहना है।’’ उन्होंने कहा कि लगातार तीन तिमाहियों में वृद्धि के बाद आभूषण की मांग में 25 फीसदी की गिरावट आई है जबकि सोने की छड़ और सिक्कों की मांग भी 23 फीसदी घटकर 31 टन रही है। उन्होंने कहा कि 2016 में पारर्दिशता को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए जिसके बाद 2017 में पूरे साल के लिए हमारा अनुमान सोने की मांग 650 से 700 टन रहने का है। यह पांच वर्ष के औसत से कम है। वर्ष 2018 में मांग बेहतर रहने की उम्मीद है।    

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