क्रूड की लगातार बढ़ रही कीमतें बन सकती है मोदी सरकार के लिए मुसीबत

Tuesday, Jan 16, 2018 - 02:59 PM (IST)

नई दिल्लीः इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड की लगातार बढ़ रही कीमतें मोदी सरकार के लिए बड़ी मुसीबत बन सकती हैं। देश में रिटेल महंगाई अपने 17 महीनों के टॉप पर है। वहीं, क्रूड महंगा होने से सरकार की बैलेंसशीट बिगड़ने का भी खतरा बन गया है। ऐसे में क्रूड की कीमतें कंट्रोल नहीं हुईं तो यह आम केंद्र व राज्य चुनावों से पहले सरकार के लिए बड़ी मुसीबत साबित हो सकता है।

केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि इंटरनेशनल मार्कीट में जो हालात बने हैं, उससे क्रूड की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। बता दें कि क्रूड सोमवार को 70 डॉलर के स्तर को पार कर गया जो दिसंबर 2014 के बाद पहली बार हुआ है। फिलहाल अगले 2 महीनें क्रूड में गिरावट नजर नहीं आ रही है। उन‍का कहना है कि ओपेक देशों के अलावा रूस द्वारा प्रोडक्शन घटाने से सप्लाई घटी है। वहीं, पिछले दिनों ठंड बढ़ने से यूएस और कनाडा में भी रिग्स काउंट घटे हैं। ऐसे में डिमांड और सप्लाई का बैलेंस बिगड़ गया है।

बढ़ रही है कच्चे तेल की डिमांड 
यूएस में इकोनॉमिक रिकवरी देखी जा रही है। चीन में भी डाटा बेहतर आए हैं। ऐसे में यूएस में खुद कच्चे तेल की डिमांड बढ़ रही है। यही हाल चीन में भी है। यूरोप के कुछ देशों की ओर से डिमांड सुधरी है। पिछले 6 माह की बात करें तो क्रूड में 57 फीसदी से ज्यादा तेजी आ चुकी है। जून में क्रूड 44.48 डॉलर के लेवल पर था।

पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान पर 
क्रूड महंगा होने से पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी आसमान पर पहुंच गई हैं। सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल 71 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमतें 61.74 रुपए प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर आ गईं। पेट्रोल-डीजल महंगा होने से आम आदमी की जेब पर बोझ लगातार बढ़ रहा है।

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