दाल-प्याज के बाद हल्दी के बढ़े दाम, 5 साल में सबसे ज्यादा उच्च स्तर पर

Wednesday, Feb 17, 2021 - 02:50 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः दालों, प्याज और खाद्य तेल के बाद अब हल्दी के भाव आसमान छू रहे हैं। हल्दी की थोक कीमतें बीते पांच साल में सबसे ज्यादा ऊंचाई पर पहुंच चुकी है। सप्लाई में कमी और डिमांड बढ़ना इसकी मुख्य वजह है। राष्ट्रीय कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स, NCDEX) में बुधवार सुबह 12 बजे हल्दी के भाव प्रति क्विंटल 7540 रुपए पर थे, जबकि मई के वायदा में यह भाव 8435 रुपए प्रति क्विंटल पर थे। यही नहीं, महज पिछले तीन महीनों के दौरान हल्दी के भाव में दो हजार रुपए प्रति क्विंटल तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। नवंबर 2020 में हल्दी 5770 रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर थी। 

जानकारों का कहना है कि नई फसल आने के बावजूद तेजी थमने वाली नहीं है। प्रमुख उत्पादक राज्य तेलंगाना में हल्दी का रकबा घटा है। तेलंगाना सरकार के मुताबिक, वहां 2019-20 में 0.55 लाख हेक्टेयर में हल्दी की बुवाई हुई थी, जबकि 2020-21 में 0.41 लाख हेक्टेयर में हल्दी की बुवाई हुई है। पिछले तीन-चार सालों में हल्दी की अच्छी कीमत न मिलने के कारण कई किसान सोयाबीन और कॉटन की तरफ शिफ्ट हुए हैं। ये किसान हल्दी के लिए 10 हजार रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा काराेबारी गतिविधियां शुरू होने के बाद से हल्दी की मांग में तेजी आई है। 2020 में लॉकडाउन के चलते मांग घटी थी लेकिन बाजार खुलने के बाद तेजी से मांग बढ़ी है। अब इम्युनिटी बूस्टर के रूप में हल्दी का उपयोग बढ़ गया है।

तेलंगाना में निजामाबाद मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश डालिया ने कहा कि पिछले कई साल से अच्छी कीमत नहीं मिलने से किसान दूसरी फसलों की तरफ शिफ्ट हुए और रकबा घटा है. जबकि केडिया एडवायजरी के एमडी अजय केडिया ने बताया कि यदि मांग ऐसी रही रही तो अप्रैल मध्य तक हल्दी के दाम 9,500 से 10,000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच सकते हैं। 
 

jyoti choudhary

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