आयकर विभाग का खुलासा, 3 लाख बेनामी ट्रांजैक्‍शन पकड़े

Thursday, May 03, 2018 - 07:40 PM (IST)

नई दिल्‍लीः आयकर विभाग ने एक रिपोर्ट में चौंकानी वाली बात का खुलासा किया है। विभाग वित्‍तीय वर्ष 2017-18 में बड़ी सफलता हासिल करते हुए 3 लाख बेनामी ट्रांजैक्‍शन पकड़े हैं। रिपोर्ट में विभाग ने बताया कि बीते वित्त वर्ष में 3 लाख बेनामी ट्रांजैक्‍शन में एक लाख करोड़ रुपए से अधिक का लेन-देन हुआ है। इस पूरे मामले की जांच आयकर विभाग की डायरेक्‍ट्रेट ऑफ इंटेलीजेंस और क्रिमीनल इनवेस्‍टीगेशन डिपार्टमेंट की टीम ने मिलकर की है।

किए 800 से ज्‍यादा सर्वे
इन टीमों ने कॉपरेटिव बैंकों, एनबीएफसी, ऑथराइज्‍ड डीलर, फॉरेन एक्‍सचेंज डीलर्स, सब रजिस्‍ट्रारों, सर्राफा व्‍यापारियों और अस्‍पतालों में जाकर 800 से ज्‍यादा सर्वे किए। सर्वे में बेनामी ट्रांजैक्‍शन का खुलासा हुआ है।

3 गुना ज्‍यादा बेनामी लेनदेन
अायकर विभाग की ओर से जारी सर्वे रिपोर्ट के अनुसार बेनामी लेनदेन के जो मामले पकड़ में आए हैं वो वित्‍तीय वर्ष 2016-17 के मुकाबले 3 गुना अधिक है। वहीं इन ट्रांजैक्‍शन की वैल्‍यू की बात करें तो वह 5 गुना से अधिक हैं। आपको बता दें कि इस रिपोर्ट में 3 लाख बेनामी ट्राजैक्‍शन पकड़ में आने की बात कही गई है, जबकि इसकी वैल्‍यू एक लाख करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है। जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में यह आंकड़ा 16,240 करोड़ रुपए का था। 

की गई कार्रवाई 
अधिकारियों के अनुसार, सर्वे पूरा होने के बाद पता चला कि किसी भी संस्थान ने हाई वैल्‍यू बेनामी लेन-देन की जानकारी आयकर विभाग को नहीं दी थी। ऐसे संस्‍थानों के खिलाफ आईटी एक्‍ट की धारा 277 और 277ए के तहत सख्‍त कार्रवाई की गई है। अधिकारियों के अनुसार, कई संस्थानों को संशोधन कर रिपोर्ट देने को लिए कहा गया लेकिन इसमें भी कई संस्थान विफल रहे। इस पर एेसे संस्थानों के खिलाफ टैक्स चोरी करने, बेनामी लेनदेन करने और टैक्स चोरी में मदद करने का मुकद्दमा दर्ज किया गया है।

jyoti choudhary

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