चीन की वजह से घटी भारतीय मोबाइल कंपनियों की आमदनी

Tuesday, Apr 09, 2019 - 02:40 PM (IST)

कोलकाताः भारत की मोबाइल फोन बनाने वाली शीर्ष तीन कंपनियों आमदनी में वित्त वर्ष 2018 में भारी गिरावट देखी गई है। इनकी कुल आमदनी राइवल चाइनीज कंपनियों की आमदनी के एक चौथाई से भी कम है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2017-18 में माइक्रोमैक्स, इंटेक्स और लावा की कुल आमदनी में 22 फीसदी की कमी आई है। वहीं बात अगर चीनी कंपनियों की करें तो शाओमी, ओपो और वीवो की आमदनी वित्त वर्ष 2017 के मुकाबले लगभग दोगुनी हुई है। इन आंकड़ों को बिजनस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म वेराटेक इंटेलिजेंस ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से जुटाया है। 

कंपनियों ने लाभ में की थी कटौती
दरअसल लगातार बढ़ रहे मुकाबले के कारण भारतीय कंपनियों को लाभ में कटौती करनी पड़ी थी। मुनाफे में की गई कटौती के कारण कंपनियों को नुकसान झेलना पड़ा। बता दें कि भारतीय मोबाइल कंपनियों को कुल 187 करोड़ रुपए का लाभ हुआ। ये लाभ पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले करीब 70 फीसदी कम है। जहां शाओमी ने 293 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया है, वहीं ओपो को 358 करोड़ रुपए और वीवो को 120 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। 

शीर्ष तीन कंपनियों को इतना हुआ घाटा
वित्त वर्ष 2017-18 में माइक्रोमैक्स की आमदनी 22 फीसदी घटकर 4,345 करोड़ रुपए रही, जबकि उसका मुनाफा 72 फीसदी गिरकर 103 करोड़ रुपए पर आ गया। लावा इंटरनेशनल की आमदनी इस दौरान 10 फीसदी घटकर 3,290 करोड़ रुपए रही, जबकि उसका मुनाफा 46 फीसदी फिसलकर 71 करोड़ रुपए रहा। इसी तरह इंटेक्स की आमदनी 32 फीसदी घटकर 2,862 करोड़ रुपए रही, जबकि उसका मुनाफा 90 फीसदी गिरकर 13 करोड़ रुपए रहा। 

चीनी कंपनियों का बढ़ रहा दबदबा
हालांकि रिलायंस जियो का 4जी फीचर फोन मार्केट में तेजी से अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। स्मार्टफोन कैटेगरी में चीन की कंपनियों का दबदबा बढ़ता जा रहा है। चाइनीज कंपनियों से तगड़े मुकाबले के चलते भारतीय स्मार्टफोन ब्रैंड के मार्केट शेयर में कमी आई है और कहा जा रहा है कि वित्त वर्ष 2019 में भी यह जारी रहेगा। हालांकि माइक्रोमैक्स और लावा एंट्री लेवल स्मार्टफोन सेगमेंट में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।

jyoti choudhary

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