राशन में 2-3 रुपए वाले गेहूं की लागत 24 रुपए, चावल की 32 रुपए kg

Monday, May 22, 2017 - 01:41 PM (IST)

नई दिल्लीः लागत में कटौती की सरकारी एजेंसियों की कोशिशों के बावजूद राशन के जरिए 2 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बिकने वाले गेहूं और 3 रुपए प्रति किलोग्राम की दर पर बिकने वाले चावल की आर्थिक लागत पिछले पांच साल के दौरान क्रमश: 26 प्रतिशत और लगभग 25 प्रतिशत वृद्धि के साथ 24 रुपये और 32 रुपये किलो तक पहुंच गई है। 

भारतीय खाद्य निगम (एफ.सी.आई.) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, '2017-18 में गेहूं की आर्थिक लागत 2408.67 रुपए प्रति क्विंटल (24.09 रुपए किलो) जबकि चावल की 3264.23 रुपए क्विंटल (32.6 रुपए किलो) रहने का अनुमान है।'

अधिकारी ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य, मजदूरी और अन्य लागतें बढ़ने से आर्थिक लागत बढ़ी है। वर्ष 2013-14 में गेहूं की प्रति क्विंटल लागत जहां 1908.32 रुपए यानी 19 रुपए किलो से कुछ अधिक थी, वहीं 2017-18 तक यह बढ़कर 2408.67 रुपए क्विंटल यानी 24.09 रुपए किलो हो गई। वहीं चावल की लागत 2013-14 में 2615.51 रुपए प्रति क्विंटल (26.15 रुपए किलो) से बढ़कर 2017-18 में 3264.23 रुपए क्विंटल (32.6 रुपए किलो) हो गई। इस लिहाज से गेहूं की खरीद और उसके रख-रखाव पर आने वाली लागत जहां प्रति क्विंटल 26.22 प्रतिशत बढ़ी वहीं चावल की लागत में इस दौरान 24.80 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है।

किसानों से अनाज की खरीद करने से लेकर उसे बोरियों में भरकर गोदामों तक पहुंचाने और उसका रख-रखाव करने वाले सार्वजनिक उपक्रम भारतीय खाद्य निगम को इस समय गेहूं पर 24 रुपए और चावल पर 32 रुपए किलो की लागत पड़ रही है जबकि राशन में इन अनाज को क्रमश: 2 रुपए, 3 रुपए किलो पर उपलब्ध कराया जाता है। आर्थिक लागत और बिक्री मूल्य में अंतर की भरपाई सरकार सब्सिडी के जरिए करती है। 

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