राजकोषीय स्थिति में सुधार, अगस्त में सालाना लक्ष्य का 94.7 फीसदी पहुंचा

Wednesday, Sep 26, 2018 - 01:09 PM (IST)

नई दिल्लीः सरकार की वित्तीय स्थिति में अगस्त माह में सुधार दिखाई दिया। इस दौरान राजकोषीय घाटा पूरे साल के बजट अनुमान का 94.7 फीसदी रहा। इसके पीछे मुख्य वजह बेहतर व्यय प्रबंधन रही। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई है।

पिछले वित्त वर्ष में अगस्त अंत में राजकोषीय घाटा पूरे साल के अनुमान का 96.1 फीसदी पर था। वास्तविक आंकड़ों में यदि देखा जाए तो चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह के दौरान कुल खर्च और कुल प्राप्ति के बीच का अंतर यानी राजकोषीय घाटा 5.91 लाख करोड़ रुपए रहा। सरकार ने इस साल के बजट में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.3 फीसदी के दायरे में रखने का बजट अनुमान लगाया है। इससे पिछले वर्ष यह 3.53 फीसदी रहा था। आंकड़ों में 2018-19 के लिए राजकोषीय घाटे का अनुमान 6.24 लाख करोड़ रुपए रखा गया है।

महालेखा नियंत्रक (सीजीए) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त अंत में कर प्राप्ति 4.79 लाख करोड़ रुपए यानी बजट अनुमान का 26.4 फीसदी रही है। इसी अवधि में एक साल पहले वर्ष के कुल प्राप्ति अनुमान का 26.6 फीसदी कर प्राप्त हुआ था। सीजीए के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से अगस्त के दौरान कुल खर्च 10.7 लाख करोड़ रुपए यानी बजट अनुमान का 43.8 फीसदी रहा। एक साल पहले के मुकाबले कुल व्यय फीसदी कम रहा है। वर्ष 2018- 19 के बजट में पूरे साल के दौरान कुल खर्च 21.42 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान लगाया गया है।       

Supreet Kaur

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