लॉकडाउन का असर: अप्रैल में केवल 1.33 लाख ही EPFO से जुड़े

Sunday, Jun 21, 2020 - 11:48 AM (IST)

नई दिल्लीः कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के ताजा आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस महामारी और उसके कारण लागू पाबंदियों से प्रभावित अप्रैल माह में उसके यहां शुद्ध रूप से 1.33 लाख नए पंजीकरण हुए। यह आंकड़ा मासिक औसत से काफी कम है। EPFO में पंजीकरण के आंकड़े संगठित क्षेत्र में रोजगार की स्थिति का संकेत होते हैं। सरकार ने कोविड-19 पर रोकथाम के लिए 25 मार्च से देश में लॉकडाउन लागू किया था।

हर माह औसतन 7 लाख लोग जुड़े हैं
EPFO द्वारा पिछले महीने जारी शुरुआती आंकड़ों के अनुसार इस साल मार्च में नए पंजीकरण घटकर 5.72 लाख रहे। फरवरी, 2020 में 10.21 लाख नए लोग EPO सदस्यों में जुड़े थे। ईपीएफओ में हर माह औसतन सात लाख नए सदस्य जुड़ते हैं।

पिछले साल जुड़े हैं 78 लाख से भी ज्यादा लोग
EPFO द्वारा शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2019-20 में EPFO के साथ 78.58 लाख नए सदस्य जुड़े. इससे पिछले वित्त 2018-19 के दौरान यह आंकड़ा 61.12 लाख का रहा था। EPFO अप्रैल, 2018 से नए सदस्यों के पे-रोल आंकड़े जारी कर रहा है। इसके लिए सितंबर, 2017 से आंकड़ों को शामिल किया जा रहा है। आंकड़ों के अनुसार सितंबर, 2017 से अप्रैल, 2020 के दौरान शुद्ध रूप से नए सदस्यों या अंशधारकों की संख्या 1.56 करोड़ रही।EPFO के साथ सितंबर, 2017 से मार्च, 2018 के दौरान शुद्ध रूप से 15.52 लाख नए नामांकन हुए।

बता दें कि श्रम मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया था कि अब ईपीएफओ के देशभर में स्थित कार्यालय में उसके किसी भी क्षेत्रीय कार्यालय से किए गए दावों का निपटान कर सकेगा। इस नई पहल के तहत भविष्य निधि, पेंशन, आंशिक निकासी और दावों तथा हस्तांतरण जैसे सभी प्रकार के ऑनलाइन दावों का निपटान किया जा सकेगा।
 

jyoti choudhary

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