भारतीय मूल के अरविंद कृष्णा होंगे IBM के अगले CEO, 6 अप्रैल से संभालेंगे पद

Friday, Jan 31, 2020 - 01:36 PM (IST)

बिजनेस डेस्क:  भारतीय मूल के दिग्गज प्रौद्योगिकी अधिकारी अरविंद कृष्ण को अमेरिका की प्रमुख आईटी कंपनी आईबीएम का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चुना गया है। वह कंपनी की मौजूदा सीईओ वर्जिनिया रोमेटी की जगह लेंगे। आईबीएम के निदेशक मंडल ने कृष्ण को कंपनी के सीईओ और निदेशक मंडल के सदस्य के रूप में चुना है। उनकी नियुक्ति छह अप्रैल से लागू होगी। 

कृष्ण वर्तमान में आईबीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (क्लाउड एवं कोगनिटिव सॉफ्टवेयर) हैं। रोमेटी करीब 40 साल कंपनी से जुड़े रहने के बाद इस साल के अंत में सेवानिवृत्त होंगी। कृष्ण ने आईबीएम के साथ अपनी पारी की शुरुआत 1990 में की थी। उन्होंने आईआईटी, कानपुर से स्नातक की डिग्री ली है और यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की है। 

कंपनी की ओर से जारी प्रेस बयान में कृष्ण ने कहा कि मैं आईबीएम का नया कार्यकारी अधिकारी चुने जाने को लेकर रोमांचित हूं। गिन्नी और निदेशक मंडल ने मुझ पर जो भरोसा जताया है उसके लिए मैं आभारी हूं। वहीं अरविंद कृष्णा की नियुक्ति को लेकर मौजूदा वर्जीनिया रोमेटी ने कहा कि IBM में अगले दौर के लिए अरविंद बेस्ट CEO हैंं। वह काफी अच्छे टेक्नोलॉजिस्ट हैं, जिन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड, क्वांटम कम्प्यूटिंग और ब्लॉकचेन जैसी हमारी अहम तकनीकों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह शानदार ऑपरेशनल लीडर भी हैं।


बिग ब्लू के नाम से दुनिया में फेमस आईटी कंपनी ने 20 शताब्दी में अपने टेक्नोलॉजी के विकास के लिए अपना खासा योगदान दिया है। आईबीएम का स्थापना 16 जून 1911 को की गई थी। कम्प्यूटर कंपनियों में आईबीएम एकमात्र ऐसी कंपनी है जिसने अब तक तीन नोबेल पुरस्कार, चार टूरिंग पुरस्कार, पांच राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी पदक तथा पांच राष्ट्रीय विज्ञान पदक जीते हैं. यहीं नहीं कंपनी के नाम दुनिया के सर्वाधिक पेटेंट होने का भी गौरवमयी इतिहास जुड़ा हुआ है। 

vasudha

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