अक्षय तृतीया पर खरीदने जा रहे हैं Gold तो ऐसे करें शुद्ध सोने की पहचान

Wednesday, Apr 18, 2018 - 12:36 PM (IST)

नई दिल्लीः आज अक्षय तृतीया है और इस खास मौके पर सर्राफा बाजार तैयार है। अक्षय तृतीया पर कुछ न कुछ खरीददारी किए जाने की मान्यता है। ऐसे में लोग सोने चांदी के सिक्के सहित आभूषण आदि की खरीददारी करना ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि इसमें लगाया गया पैसा वक्त बेवक्त किसी न किसी  रुप में काम आ सकता है। लेकिन इस दौरान आप सोने की खरीदारी के वक्त धोखाधड़ी का शिकार भी हो सकते हैं। आज हम आपको उन बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका ध्यान आपको सोना खरीदते वक्त जरुर रखना चाहिए।

सोने की शुद्धता
शुद्ध सोने की पहचान के लिए कैरेट को मानक माना जाता है। बता दें कि 24 कैरेट का सोना सबसे शुद्ध होता है, लेकिन 24 कैरेट के सोने का इस्तेमाल गहने बनाने के लिए नहीं किया जा सकता है। गहने बनाते समय 22 कैरेट सोने के साथ 2 कैरेट चांदी मिला दी जाती है। ऐसे में आप ख्याल रखें कि जो भी सोना आप खरीद रहे हैं वह कम से कम 22 कैरेट का हो।

हॉलमार्क की जांच
सोने की खरीदारी करने वाले ग्राहकों के साथ कोई धोखाधड़ी ना हो इसके लिए भारत सरकार द्वारा इंडियन स्टैंडर्ड ऑफ ब्यूरो बनाया गया है। इंडियन स्टैंडर्ड ऑफ ब्यूरो खरे सोने की पहचान के लिए उसपर पर प्यूरिटी का हॉलमार्क लगा देता है। सोने की खरीदारी से पहले आप इस हॉलमार्क की जांच जरुर करें।

पैकेजिंग का ख्याल
अगर आप सोने के सिक्के खरीदने जा रहे हैं तो इसकी पैकेजिंग का ख्याल जरुर रखें। सोने के सिक्के की पैकेजिंग पहले से खुली हुई नहीं होने चाहिए। सिक्के की पैकेजिंग उसके असली होने की सबसे बड़ी पहचान होती है।

शुद्ध सोने की पहचान के और तरीके
सोने को एक कप पानी में डालें। नकली सोना हल्का होता है और तैरने लगता है, जबकि असली बैठ जाता है। सोने को चुंबक के पास ले जाने पर अगर वह आकर्षित हो जाए तो उसमें मिलावट है। पसीने के संपर्क में आने पर अगर सोना सिक्के की तरह दुर्गंध दे इसका मतलब उसमें मिलावट है। असली सोना गंध नहीं देता। 22 कैरेट का सोना ब्राइट यैलो होता है, जबकि 18 कैरेट का स्ट्रॉंग येलो और 18 कैरेट से कम का लाइट येलो होता है। असली सोना में कभी जंग नहीं लगता।

Supreet Kaur

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