बाइक-स्‍कूटर्स पर मि‍ल सकता हैं हैवी डि‍स्‍काऊंट!

Tuesday, Jan 17, 2017 - 01:51 PM (IST)

नई दि‍ल्‍लीः आने वाले दिनों में टू-व्‍हीलर्स कंपनि‍यों की ओर से डि‍स्‍काऊंट ऑफर्स पेश कि‍ए जा सकते हैं। ऑटोमोबाइल कंपनि‍यों की इन्‍वेंटरी 50 दि‍न के आसपास पहुंच चुकी है और उन्‍हें अपने पुराने मॉडल्‍स को 31 मार्च 2017 तक बेचना है। ऐसा इसलि‍ए है क्‍योंकि‍ 1 अप्रैल 2017 से ऑटोमोबाइल इंडस्‍ट्री पूरी तरह से नए फ्यूल नॉर्म बीएस-4 पर शि‍फ्ट हो जाएगी। वहीं, जो मॉडल्‍स बीएस-3 पर हैं उन्‍हें कंपनि‍यों को बेचना ही पड़ेगा। 

बेचने होंगे पुराने मॉडल्‍स
सोसाइटी ऑफ इंडि‍यन ऑटोमोबाइल एसोसि‍एशन (सि‍याम) के डीजी विष्‍णु माथुर ने बताया कि‍ ज्‍यादातर कंपनि‍यों ने दि‍संबर में अपनी इन्‍वेंटरी के हि‍साब से प्रोडक्‍शन लेवल को घटाया था और इन इन्‍वेंटरीज को अगले 3 माह में बेचना होगा। 1 अप्रैल 2017 से बीएस-4 एमि‍शन नार्म्‍स लागू हो रहे हैं, ऐसे में सभी इन्‍वेंटरीज खासकर टू-व्‍हीलर्स और ट्रक्‍स को बेचना होगा जोकि‍ अब भी बीएस-3 स्‍टैंडर्ड पर चल रहे हैं। अधि‍कांश कारें बीएस-4 पर चल रही हैं। 

पेश कि‍ए जा सकते हैं डि‍स्‍काऊंट ऑफर्स 
पुराने मॉडल्‍स की बढ़ती इन्‍वेंटरी को देखते हुए कंपनि‍यों की ओर से आने वाले दि‍नों में हैवी डि‍स्‍काऊंट या दूसरे स्‍पेशल ऑफर्स को पेश कि‍या जा सकता है। नोटबंदी की वजह से टू-व्‍हीलर कंपनि‍यों की सेल में लगातार गि‍रावट दर्ज की जा रही है। यही वजह है कि‍ डीलर्स के पास मौजूदा इन्‍वेंटरी लेवल 6 हफ्ते से 8 हफ्ते तक पहुंच गया है।    

टू-व्‍हीलर की सेल्‍स गि‍री
हीरो मोटोकॉर्प की सेल्‍स दि‍संबर 2016 में 33.91 फीसदी गि‍रकर 3.30 लाख यूनि‍ट्स रही जबकि‍ पि‍छले साल की समान अवधि‍ में यह आंकड़ा 4.99 लाख यूनि‍ट्स था। होंडा की सेल दि‍संबर में 20 फीसदी गि‍रकर 2.31 लाख यूनि‍ट्स रही। 

वहीं, बजाज ऑटो की डोमेस्‍टि‍क मोटरसाइकि‍ल सेल्‍स में 11 फीसदी की गि‍रावट आई। कंपनी ने 1.06 लाख बाइक्‍स बेचीं जबकि‍ पि‍छले साल की समान अवधि‍ में यह आंकड़ा 1.20 लाख यूनि‍ट्स का था। इसके अलावा, टीवीएस मोटर की डोमेस्‍टि‍क टू-व्‍हीलर सेल्‍स 8.76 फीसदी गि‍रकर 1.53 लाख यूनि‍ट्स रही जो कि‍ पि‍छले साल दि‍संबर में 1.68 लाख यूनिट्स थी। 

दि‍संबर में प्‍लांट बंद होने से कम हुई इन्‍वेंटरी 
हीरो मोटोकॉर्प ने कहा कि‍ कंपनी के गुडगांव, नीमराणा और हरि‍द्वार के मैन्‍युफैक्‍चरिंग प्‍लांट को सालाना रख-रखाव के तहत 26 से 31 दि‍संबर 2016 तक बंद रखा गया था। इसकी वजह से डीलर्स पर मौजूद इन्‍वेंटरी क्‍लीयर हुई हैं और रि‍टेल सेल्‍स में गि‍रावट आई है। हौंडा ने भी कहा कि‍ दि‍संबर 2016 के अंत में मैन्‍युफैक्‍चरिंग प्‍लांट्स को बंद कि‍या गया था जि‍सकी वजह से इन्‍वेंटरी क्‍लीयर हुई हैं। 

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