हर्षद मेहता घोटाले का खुलासा करने वाले ऑडिटर करेंगे आम्रपाली का फोरेंसिक ऑडिट

Friday, Sep 14, 2018 - 02:16 PM (IST)

नई दिल्लीः उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को कहा कि आम्रपाली समूह की कंपनियों और उनके निदेशकों की संपत्तियों की फोरेंसिक ऑडिट के लिए उसने जिन दो लेखा परीक्षकों को नियुक्त किया है, वे काफी 'अनुभवी एवं प्रतिष्ठित' हैं। शीर्ष अदालत ने कहा कि इनमें से एक ने तो हर्षद मेहता घोटाले का पर्दाफाश किया था।

क्या था मामला
शेयर ब्रोकर हर्षद मेहता को 1992 में करीब 4,500 करोड़ के शेयर घोटाले के साथ कई वित्तीय अपराधों में आरोपी बनाया गया था। न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा और न्यायमूर्ति यू यू ललित की पीठ ने आम्रपाली समूह की कंपनियों की फोरेंसिक ऑडिट के लिए भाटिया एंड कंपनी के रवि भाटिया एवं शार्प एंड कंपनी के पवन कुमार अग्रवाल को नियुक्त किया है।

46 कंपनियों के दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच
पीठ ने जोतिन्द्र स्टील सहित आम्रपाली समूह की सभी 46 कंपनियों के 2008 से लेकर अब तक के बैंक खातों, बही खातों, वार्षिक लेखा-जोखा सहित सभी दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच के लिए उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं।

jyoti choudhary

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