GST ने बढ़ाईं भारत और खाड़ी देशों में नौकरियां

Wednesday, Jan 31, 2018 - 10:04 AM (IST)

नई दिल्लीः भारत में लागू हुए जी.एस.टी. और पश्चिमी एशिया के अरब देशों में लागू हुए वैट के बाद इन दोनों देशों में ‘अकाऊंट प्रोफैशनल्स’ के अच्छे दिन आ गए हैं। कार्पोरेट सैक्टर के खातों का लेखा-जोखा रखने वाली दुनिया की 4 बड़ी अकाऊंटिंग कम्पनियों ने इनडायरैक्ट टैक्स से जुड़े ‘अकाऊंट प्रोफैशनल्स’ की नौकरियों में अच्छी-खासी वृद्धि कर दी है।

पी.डब्ल्यू.सी. इंडिया, ई.वाई., डैल्योटे और के.पी.एम.जी. ने पिछले 12 से 18 महीनों के दौरान इनडायरैक्ट टैक्स की अपनी टीम में प्रोफैशनल्स की संख्या दोगुनी से ज्यादा कर दी है। भारत में पहली जुलाई को जी.एस.टी. लागू हुआ है और अभी तक इसकी दरों और लागू करने के तरीकों को लेकर मंथन चल रहा है। लिहाजा बड़ी कम्पनियों और कारोबारियों को अकाऊंट प्रोफैशनल्स की जरूरत पड़ रही है। अकाऊंटिंग फर्म ई.वाई. के प्रवक्ता ने बताया कि हमारी कम्पनी ने 2016 के बाद ही इनडायरैक्ट प्रोफैशनल्स की भर्ती पर जोर दिया है और यह संख्या अब 450 से बढ़ कर 900 के पार पहुंच चुकी है। इस बीच पी.डब्ल्यू.सी. इंडिया की टीम में भी दोगुना से ज्यादा वृद्धि हुई है। कम्पनी के पास पहले 300 ‘अकाऊंट प्रोफैशनल्स’ थे जो बढ़ कर 750 हो चुके हैं। इसी प्रकार डैल्योटे के ‘अकाऊंट प्रोफैशनल्स’ की संख्या  250 से बढ़ कर 550 हो गई है। के.पी.एम.जी. की टीम में भी 250 ‘अकाऊंट प्रोफैशनल्स’ की वृद्धि हुई है और यह 200 से बढ़ कर 450 हो गई है।

200 से ज्यादा इनडायरैक्ट टैक्स प्रोफैशनल्स की टीम पश्चिम एशिया में तैनात
सऊदी अरब और यू.ए.ई. में पहली बार वैट लागू होने के बाद 4 बड़ी अकाऊंट कम्पनियों ने अपने 200 से ज्यादा इनडायरैक्ट टैक्स प्रोफैशनल्स की टीम को पश्चिम एशिया में तैनात किया है। इन दोनों देशों में इसी साल एक जनवरी से वैट लागू हुआ है। इन अरब देशों में कच्चे तेल से होने वाली आय घटने के बाद 6 सदस्यीय गल्फ कार्पोरेशन कौंसिल इन देशों में वैट को लागू करवाने का काम कर रही है। फिलहाल सऊदी अरब और यू.ए.ई. ने 5 प्रतिशत वैट लागू किया है जबकि बहरीन, कुवैत, ओमान और कतर जैसे देशों में यह अगले 2 साल में लागू हो जाएगा। इससे पहले अरब देशों में कोई टैक्स नहीं था। लिहाजा इन देशों को भारत के टैक्स प्रोफैशनल्स पर निर्भर रहना पड़ रहा है। भारत इन देशों में अकाऊंट प्रोफैशनल्स की जरूरत को पूरा कर रहा है और जैसे-जैसे अरब के अन्य देशों में वैट लागू होगा उस तरह से भारत के टैक्स प्रोफैशनल्स की मांग भी बढ़ेगी। 

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