सुकन्या समृद्धि योजना में सरकार ने किया बदलाव, 1000 नहीं बल्कि 250 रु. करवा सकते हैं जमा

Sunday, Jul 22, 2018 - 04:23 PM (IST)

नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने बेटियों के लिए छोटी बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना की शुरूआत की गई। इस स्कीम का मकसद बेटियों के भविष्य के लिए बचत को प्रोत्साहन देना है। इस स्कीम को और बढ़ावा देने के लिए सरकार ने सालाना न्यूनतम जमा की सीमा को 1,000 रुपए से घटाकर 250 रुपए कर दिया है। इस कदम से अब अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।



2017 तक खोले गए 1.26 करोड़ खाते 
सरकार ने सुकन्या समृद्धि खाता नियम, 2016 में संशोधन किया है। इसमें कहा गया है कि इस खाते को खोलने के लिए अब 250 रुपए ही जमा कराने की जरूरत होगी। साथ ही सालाना इस खाते में 1,000 रुपए के बजाय 250 रुपए जमा कराने ही अनिवार्य होंगे। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने 2018-19 के अपने बजट भाषण में कहा था कि जनवरी, 2015 में शुरू की गई सुकन्या समृद्धि खाता योजना काफी सफल रही है। नवंबर, 2017 तक देशभर में छोटी लड़कियों के नाम पर 1.26 करोड़ खाते खोले गए थे। इन खातों में 19,183 करोड़ रुपए जमा हुए थे।



डाकघर या बैंक की शाखा में खुलेगा खाता
सुकन्या समृद्धि खाते पर ब्याज दरों को अन्य लघु बचत योजनाओं और पीपीएफ की तरह प्रत्येक तिमाही में संशोधित किया जाता है। जुलाई-सितंबर की तिमाही के लिए ब्याज दर 8.1 प्रतिशत तय की गई है। इस योजना के तहत किसी 10 साल से कम उम्र की किसी भी लड़की के माता-पिता या कानूनी अभिभावक यह खाता खोल सकते हैं। सरकारी अधिसूचना के अऩुसार यह खाता किसी डाकघर शाखा या अधिकृत सरकारी बैंक की शाखा में खोला जा सकता है।



21 साल तक वैध रहेगा खाता
इस खाते में जमा और परिपक्वता राशि पर आयकर कानून की धारा 80सी के तहत कर की पूरी छूट मिलती है। अब इस खाते में न्यूनतम 250 रुपए जमा कराने की जरूरत होगी। खाते में सालाना अधिकतम डेढ़ लाख रुपए जमा कराए जा सकते हैं। एक महीने या वित्त वर्ष में कितनी बार भी इस खाते में पैसा जमा कराया जा सकता है। योजना के तहत यह खाता खोलने की तारीख से 21 साल तक वैध रहेगा। उसके बाद यह परिपक्व होगा और और उस लड़की को इसका भुगतान किया जाएगा जिसके नाम पर खाता खोला गया है। खाता खोलने की तारीख से 14 साल तक इसमें राशि जमा कराई जा सकती है। उसके बाद खाते पर उस समय लागू दरों के हिसाब से ब्याज मिलेगा। 

jyoti choudhary

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