नए साल में सरकार की चेतावनी, छिप नहीं सकते टैक्स चोर

Tuesday, Jan 02, 2018 - 09:47 AM (IST)

नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी सरकार टैक्स चोरों के पीछे पड़ गई है। नए साल में टैक्स चोरों को सरकार का स्पष्ट संदेश है, ‘कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना दूर तक भागते हैं, हम आपको पकड़ ही लेंगे।’ इसके लिए सरकार बिग डाटा का सहारा ले रही लेकिन जब इससे भी पूरी संतुष्टि नहीं मिली तो उसने टैक्स चोरों का पता लगाने के नियम ही बदल दिए।

नोटबंदी से टैक्स चोरों के खिलाफ  सरकार को मिली मदद
एक्सपर्ट्स की मानें तो डाटा एनालिटिक्स किसी के भी इन्कम या इन्वैस्टमैंट्स का पता लगाकर सिस्टम पर सामने ला सकता है। नोटबंदी के बाद बैंकों को मिले विशाल मात्रा में आंकड़ों से सरकार को टैक्स चोरों को ढूंढने में डाटा एनालिटिक्स का सहारा लेने का मौका मिल गया। इससे किसी के ऑनलाइन बिहेवियर का भी पता लगाया जा सकता है।

कहीं से भी पता जुटा सकेंगे टैक्स अधिकारी
नए नियम से टैक्स अधिकारियों को बैंकिंग, इंश्योरैंस और स्थानीय निकायों में जमा किए गए डाटा का इस्तेमाल टैक्स चोरों का पता लगाने में करने का अधिकार मिल गया है। अब छिपे या लापता टैक्स चोरों को उनके पते पर इन्कम टैक्स नोटिस भेजकर उनसे टैक्स की डिमांड की जा सकेगी। अब तक टैक्स अथॉरिटीज को टैक्सपेयर की ओर से मुहैया करवाए गए परमानैंट अकाऊंट नंबर (पैन), इन्कम टैक्स रिटर्न (आई.टी.आर.) में दर्ज पते या अन्य टैक्स रिलेटिड कम्युनिकेशन पर ही नोटिस जारी कर सकते थे।

जी.एस.टी. डाटा से भी पकड़े जाएंगे 
गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जी.एस.टी.) से जुटाए आंकड़ों को इन्कम टैक्स छिपाने वालों के खिलाफ  इस्तेमाल करने की सरकार की योजना टैक्स चोरों के लिए एक और बड़ा सिरदर्द साबित होने वाली है। दरअसल सरकार एक डाटाबेस तैयार करना चाह रही है जिसमें कम्पनियों और उनके प्रोमोटरों की कमाई को उनकी ओर से फाइल जी.एस.टी. रिटर्न से मिलाया जा सके। पहले के टैक्स सिस्टम से इन्कम टैक्स के आंकड़ों का मिलान करने से कम्पनियों और उनके प्रोमोटरों के लिए अपनी आमदनी कम करके या खर्च बढ़ा-चढ़ाकर बताना नामुमकिन हो जाएगा।

सोशल मीडिया पर पोस्ट से पकड़ाएंगे टैक्स चोर
इस पद्धति में रोबो ऑडिट्स के जरिए हर व्यक्ति पर नजर रखी जाएगी। इसमें कम्प्यूटर्स थर्ड पार्टी डाटा के साथ आपके टैक्स इन्फॉर्मेशन से मिलान कर सकते हैं। यानी अगर आपने सोशल मीडिया पर अपनी चमचमाती कार का फोटो डाला तो टैक्स अधिकारी आपको पकड़ लेंगे। टैक्स डिपार्टमैंट अपने ‘प्रोजैक्ट इनसाइट’ के जरिए आपके उस खर्चे पर नजर रख सकते हैं जिसका आपको अंदाजा भी नहीं होगा।

फर्जी किसानों को पकड़ने में इसरो करेगा मदद
इनके अलावा सरकार सुरक्षित तरीकों से टैक्स चोरी पर भी नजर रखने जा रही है। मसलन भारत में कृषि से होने वाली आय पर टैक्स नहीं लगता है लेकिन कुछ लोग काले धन को सफेद करने के लिए इस छूट का फायदा उठाते हैं। कई बार खेती-किसानी की आड़ लेकर लोग वैंडरों से फर्जी स्लिप ले लेते हैं और सरकार के सामने दावा करते हैं कि उन्होंने जमीन बेचने से पहले इस पर खेती की थी लेकिन अब इन्कम टैक्स डिपार्टमैंट ने ऐसे टैक्स चोरों को दबोचने का प्रभावकारी रास्ता निकाल लिया है। टैक्स डिपार्टमैंट अब इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) से उस जमीन का उस वक्त का सैटेलाइट इमेज मंगवाएगा जिस पर जिस वक्त फसल उगाने का दावा किया गया है।

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